पटना : बिहार के पटना समेत विभिन्न जिलों के मुस्लिमों को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री डॉ. शकील अहमद (Congress Leader Shakeel Ahmad) ने कहा कि- 'यह पहली बार नहीं है जब मुस्लिमों को गिरफ्तार किया गया है. केंद्र सरकार द्वारा गिरफ्तार किया जा रहा है, परेशान किया जा रहा है. इससे पहले भी मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान कई निर्दोष मुसलमानों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल (target on Muslims Due to religious Ground ) दिया है. फिर कई वर्षों के बाद न्यायपालिका ने उन्हें जेल से रिहा कर दिया है. कोई ठोस सबूत नहीं है जिन लोगों को बिहार से गिरफ्तार किया गया है. उन्हें मुसलमानों में डर पैदा करने के लिए संदेह के आधार पर ही गिरफ्तार किया गया है.
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मुसलमानों को निशाना बनाना देश की अखंडता के लिए खतरा: डॉ शकील अहमद ने कहा कि केवल धर्म के आधार पर मुसलमानों को निशाना बनाना देश की अखंडता के लिए खतरा है, जिसे मोदी सरकार अनदेखा कर रही है. संयोग से, आटे और चावल पर भी जीएसटी का भुगतान करना होगा. देश की जनता भारत में ठगा हुआ महसूस कर रहा है, दिया गया है, लोग कहते हैं कि कांग्रेस ने सत्तर साल में क्या किया, मोदी आज देश को जो कुछ भी बेच रहे हैं वह सब कांग्रेस के शासन के दौरान बनाया गया है.
'लोग पूछते हैं कि 70 साल में कांग्रेस ने क्या काम किया. मेरा कहना है कि जो मोदी जी बेंच रहे हैं वही कांग्रेस ने काम किया. मनमोहन सिंह जी के कार्यकाल में 27 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठकर आए थे. आज मोदी के रेजीम में 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे चले आए. देश में नफरत फैलाई जा रही है. सरकार ही नफरत फैलाती है. सरकार का काम घर के गार्जियन की तरह होता है कि सबको मिलाकर चले. लेकिन, सरकार ही एक घर को दूसरे घर से लड़ा रही है': शकील अहमद, पूर्व कांग्रेस सांसद और केंद्रीय मंत्री
निर्दोष लोगों को गिरफ्तार करना क्रूरता से कम नहीं: डॉ शकील अहमद ने साफ कहा कि मैं यह नहीं कहता कि अगर कोई राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल है तो उसे छोड़ दिया जाना चाहिए. लेकिन, बिना किसी सबूत के निर्दोष लोगों को गिरफ्तार करना क्रूरता से कम नहीं है. जहां तक पीएफआई पर प्रतिबंध (Ban On PFI) लगाने की मांग की जाए तो सरकार इस पार्टी की जांच करे. अगर कोई सबूत है तो कार्रवाई करें, नहीं तो मोदी सरकार मुसलमानों के नाम पर देश में अशांति न फैलाए. सभी धर्मों के बीच अभी भी प्यार है, लेकिन जब भी आपस में भाईचारे को बढ़ावा दिया जाता है. मोदी सरकार हिंदुओं को मुस्लिम बनाकर लोगों में नफरत पैदा करती है.