पटना: मुंगेर मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई गोलीबीरी की घटना में रोज नए-नए फैक्ट सामने आ रहे हैं. हालांकि ये मामला अब राजनीतिक तूल भी पकड़ता जा रहा है. विपक्ष इस घटना को लेकर सरकार पर हमलावर है तो वहीं चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए मुंगेर के डीएम और एसपी का हटा दिया है. लेकिन कांग्रेस इस मामले को लेकर काफी एक्टिव दिख रही है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की. कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले को लेकर राज्यपाल से नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की.
"मुंगेर में सरकार और जिला प्रशासन ने जानबूझकर मां दुर्गा के भक्तों पर लाठी और गोलियां बरसाई है. हमने राज्यपाल महोदय से आग्रह किया कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और नीतीश सरकार को बर्खास्त किया जाए. क्योंकि यह सब जो हुआ है उसके लिए वही जिम्मेदार हैं. अब तो यह भी साफ हो गया है कि गोली पहले किसने चलाई थी. मुंगेर मामले पर पूरी जानकारी इकट्ठा कर हमने राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें सभी बातों से रूबरू कराया. राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वो खुद इस मामले को गंभीरता से देखेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे." - रणदीप सुरजेवाला, राष्ट्रीय महासचिव, कांग्रेस
50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी की मांग
इसके अलावा रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पीड़ित के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग की है. बता दें कि मुंगेर जिले में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान 26 अक्टूबर को पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच गोलीबारी हुई. जिसमें एक 17 साल के नाबालिग लड़के अनुराग पौदार की मौत हो गई. जिसके बाद हजारों की संख्या में मुंगेर की जनता ने सड़कों पर निकल कर उपद्रव किया. साथ ही एसपी लिपि सिंह को हटाने की मांग करने लगे.
एडीजी ने संभाला है मोर्चा
मुंगेर में बिगड़ते हालात को देखते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमित कुमार ने मोर्चा संभाल रखा है. इसके अलावे पुलिस मुख्यालय ने बीएमपी 15 के कमांडेंट और अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के दो अधिकारी को भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन के सहयोग में लगाया है.