पटना: गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली बिहार की सभी विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया. कांग्रेस भी इसमें पीछे नहीं रही. युवा कांग्रेस ने जहां एक तरफ काले गुब्बारे उड़ा कर अमित शाह की भाषण रैली का विरोध किया. वहीं, कांग्रेस पार्टी के लोगों ने आज श्रद्धांजलि दिवस मनाकर शाह की वर्चुअल रैली का विरोध किया.
हड़ताली मोड़ पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता ने कैंडल जलाकर वैसे लोगों को श्रद्धांजलि दी जिनकी लॉक डाउन के दौरान मौत हुई है. खासकर श्रमिक और गरीब मजदूरों की मौत पर कांग्रेस ने कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान कांग्रेस के पूर्व सचिव सिद्धार्थ ने साफ-साफ कहा कि कहीं ना कहीं केंद्र सरकार गरीब और मजदूरों को लॉक डाउन के दौरान मदद पहुंचाने में विफल साबित हुई है और यही कारण है कि सैकड़ों की संख्या में मजदूरों की मौत लॉक डाउन के दौरान अपने घर आने में हुई है.
वहीं, कांग्रेस नेता कृतिका ने भी इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि आज अमित शाह वर्चुअल रैली कर रहे हैं लेकिन जिस हालात में आज बिहार के गरीब श्रमिक और मजदूर हैं, कहीं ना कहीं इसकी जिम्मेदार वर्तमान में एनडीए सरकार है. उन्होंने कहा कि वर्चुअल रैली में करोड़ों रुपये खर्च हुए लेकिन बिहार के गरीब मजदूर और श्रमिकों के लिए सरकार ने कुछ नहीं सोचा.