पटना: राज्य में लाख प्रयास के बावजूद विधि व्यवस्था पर काबू पाने में पुलिस प्रशासन और सरकार नाकामयाब साबित हो रही है. मुख्यमंत्री के गृह जिले में पुलिस अभिरक्षा में जेडीयू कार्यकर्ता की मौत पर सियासी पारा गर्म हो रहा है. इस मामले को बिहार विधानसभा में विपक्ष ने जोर-शोर से उठाया है.
कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी ने कहा है कि विधि व्यवस्था पर काबू पाने में सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है. साथ ही उन्होंने कहा कि नालंदा में जिस तरीके से जेडीयू कार्यकर्ता की मौत हुई है वह चिंताजनक है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि वहां के एसपी को तत्काल हटाया जाना चाहिए और जो भी दोषी पुलिसकर्मी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. विपक्ष के इस मुद्दे को उठाये जाने के बाद जवाब देते हुए विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री जयकुमार सिंह ने कहा है कि पूरे घटनाक्रम पर सरकार की नजर है. जो भी दोषी अधिकारी इस मामले में होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
क्या है मामला
गौरतलब है कि नगरनौसा थाना क्षेत्र इलाके के सैदपुरा गांव निवासी और जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष गणेश रविदास ने थाने में फांसी लगा ली. बताया जाता है कि गणेश को पुलिस एक लड़की के अपहरण केस के मामले में पूछताछ के लिए थाने लाई थी. इसी दौरान उन्होंने थाने के टॉयलेट में जाकर फांसी लगाई. पुलिस का कहना है कि टॉयलेट के बहाने इन्होंने शौचालय में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में पीड़ित परिवार दोषियों पर कार्रवाई, 20 लाख मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. घटना को लेकर परिजनों में काफी आक्रोश है. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती है.