पटना: जनता दरबार (Janta Darbar) में लोगों की समस्याओं से रूबरू होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में पितृपक्ष मेले (Pitrapaksha Fair) के आयोजन को लेकर कहा कि अगर हालात ठीक रहे तो मेले का आयोजन जरूर किया होगा.
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''कोरोना के चलते अभी अगर स्थिति ठीक रही तो पितृपक्ष मेले को क्यों नहीं कराया जाएगा. कोरोना काल में भी अभी हम सभी चीजों की अनुमति दी है. लेकिन, लोगों से आग्रह करते हैं कि कही भी भीड़ ना लगाएं. अगर कहीं बाहर से लोग आते हैं तो उनके टेस्ट का इंतजाम भी हम लोगों ने किया हुआ है. अभी तो इस पर निर्भर करेगा कि अगर स्थिति सामान्य रहेगी तो सब कुछ होगा, लेकिन अगर अचानक कहीं कुछ हो जाता है तब तो कुछ भी कहना मुश्किल होगा.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
बता दें कि बिहार की धार्मिक नगरी गया (Gaya) का महत्व पितृपक्ष मेले के दौरान काफी बढ़ जाता है. इस पितृपक्ष में देश से ही नहीं विदेशों से श्रद्धालु पिंडदान करने आते हैं. पूरे विश्व में केवल गया शहर के लिए 'जी' शब्द का उपयोग किया जाता है. सनातन धर्मावलंबियों के लिए गया जी पितरों को मोक्ष दिलाने का एक स्थान है. कोरोना के चलते पिछले साल भी पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं हो पाया था.
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गया जी में बालू मात्र से पिंडदान अर्पण करने और मोक्षदायिनी फल्गु के पानी के तर्पण करने से ही पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस स्थान की चर्चा सनातन धर्म की अधिकांश वेदों और पुस्तकों में है. पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से पितृपक्ष मेले के आयोजन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. हालांकि, इस बार कोविड गाइडलाइंस के साथ पिंडदानी को पिंडदान करने की छूट रहेगी.