पटना: बिहार विधान परिषद के 197वें सत्र की समाप्ति के बाद परिषद के सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज फोटो खिंचवाई. फोटो सेशन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष का व्यवहार बेहद अमर्यादित रहा है. हमने अब तक के अपने संसदीय जीवन में इस तरह का विपक्ष का व्यवहार कभी नहीं देखा. विधानसभा में जो कुछ भी हुआ वह अत्यंत निंदनीय था और उसके बाद जो भी कार्रवाई हुई है, वह स्पीकर ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए की है.
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''विपक्ष ने बिना सोचे समझे जो स्थितियां विधानसभा में उत्पन्न की, उस पर उन्हें विचार करना चाहिए. पुलिस विधेयक विधान परिषद से पास हो गया है. अब ये कानून बनेगा. लेकिन इस पर अगर उन्हें कोई आपत्ति थी तो उसके लिए चर्चा करनी चाहिए थी. इसमें कोई भी बात ऐसी नहीं है, जिससे आम लोगों को कोई परेशानी हो''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
'विपक्ष का रहा अमर्यादित आचरण'
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का चेंबर घेरना, उन्हें बंधक बनाना, विधानसभा के स्पीकर के आसन को नुकसान पहुंचाना. विपक्ष का सबसे अमर्यादित आचरण रहा है. इस पर उन्हें खुद सोचना चाहिए.
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'स्पीकर के आदेश पर हुई कार्रवाई'
उन्होंने कहा कि एक तरफ एनडीए के सदस्य पूरे विधानसभा सत्र के दौरान किस तरह शांतिपूर्ण व्यवहार के साथ आचरण करते नजर आए. दूसरी तरफ विपक्ष के सदस्यों ने सारी मर्यादाएं तोड़ दी. उन्होंने स्थिति ऐसी पैदा कर दी कि स्पीकर को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा. इस विधानसभा परिसर में स्पीकर ही सबसे ऊपर हैं और सारी कार्रवाई उनके आदेश पर हुई है.