पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) आज एक बार फिर से बाढ़ ( Flood In Bihar ) ग्रस्त इलाकों का जायजा लेंगे. मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से खगड़िया, नवगछिया सहित कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति का मुआयना करेंगे. हेलीकॉप्टर से जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री राहत शिविरों का निरीक्षण करेंगे.
राहत शिविरों में रह रहे लोगों से बातचीत करेंगे और जो मदद सरकार की ओर से दी जा रही है उसके बारे में भी जानकारी लेंगे. मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा निर्देश देंगे. मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन मंत्री और आपदा प्रबंधन के अधिकारी भी निरीक्षण में मौजूद रहेंगे.
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गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया था. एक सप्ताह पहले लगातार तीन दिनों तक हवाई सर सर्वेक्षण किया था. पटना में सड़क मार्ग से भी गंगा नदी के जलस्तर को जाकर देखा था और कई दिशा निर्देश दिए थे. अब एक बार फिर से स्थिति का जायजा लेंगे.
बता दें कि उत्तर बिहार में इस बार जून महीने से ही बाढ़ की स्थिति बनी हुई है और लाखों लोगों की परेशानी बाढ़ के कारण बढ़ी हुई है. ऐसे मुख्यमंत्री ने 15 अगस्त को भी गांधी मैदान से कहा है कि सरकार के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक है और सरकार हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश करेगी.
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मुख्यमंत्री के तरफ से लगातार बाढ़ ग्रस्त इलाकों की समीक्षा भी हो रही है अभी हाल ही में मुख्यमंत्री ने बैठक कर बाढ़ से हुए क्षति का आकलन करने का भी निर्देश दिया है. धान रोपने की भी क्षति का आकलन करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है.
राज्य के 26 जिलों की 20 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक राज्य के 26 जिलों के 86 प्रखंडों की कुल 570 पंचायतें बाढ़ से आंशिक या पूर्ण रूप से प्रभावित है. वहां की 20 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है.
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राजधानी पटना के अलावा वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, मुजफरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर और समस्तीपुर जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इन जिलों में बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की आठ और एसडीआरएफ की नौ टीमों को लगाया गया है.
इसके अलावा चार एनडीआरएफ की और पांच एसडीआरएफ की अन्य टीमें दूसरे बाढ़ प्रभावित जिलों में पहले से तैनात हैं. प्रभावित इलाकों में 1948 नावों का परिचालन किया जा रहा है. एक लाख 39 हजार से ज्यादा पॉलीथीन शीट और 27 हजार 387 सूखा राशन पॉकेट बांटे गये हैं. इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में 31 राहत शिविर और 254 सामुदायिक किचेन का संचालन किया जा रहा है.