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हवाई सर्वेक्षण के बाद CM नीतीश ने की समीक्षा बैठक, कल मिथिलांचल के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का करेंगे एरियल सर्वे

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों (Flood Affected Areas) का एरियल सर्वे किया है. हवाई निरीक्षण के बाद सीएम नीतीश ने समीक्षा बैठक की. बुधवार को मिथिलांचल का हवाई निरीक्षण करेंगे.

सीएम नीतीश कुमार बाढ़ प्रभावित इलाकों का करेंगे हवाई सर्वेक्षण
सीएम नीतीश कुमार बाढ़ प्रभावित इलाकों का करेंगे हवाई सर्वेक्षण
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Published : Jul 6, 2021, 9:50 AM IST

Updated : Jul 6, 2021, 6:41 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) बाढ़ ग्रस्त इलाकों (Flood Affected Area) का एरियल सर्वे (Aerial Survey) करने में लग चुके हैं. उन्होंने पूर्वी चंपारण जिले का सर्वेक्षण किया. उत्तर बिहार के कई जिलों में बाढ़ (Flood in Bihar) ने तांडव मचाया है. उत्तर बिहार की सभी नदियां उफान पर हैं.

ये भी पढ़ें- मोतिहारी: अलग-अलग जगहों पर बाढ़ के पानी में डूबने से 8 की मौत

हवाई सर्वेक्षण के बाद सीएम नीतीश ने अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की. कल सीएम नीतीश मिथिलांचल का एरियल सर्वे करेंगे. बाढ़ ग्रस्त इलाकों के निरीक्षण के दौरान सीएम नीतीश ने संबंधित जिलों के अधिकारियों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया.

देखें वीडियो

बाढ़ पीड़ितों के लिए किया जाएगा आंकलन
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि एरियल सर्वे के बाद ही लोगों को राहत और बचाव के लिए सरकार विशेष कार्य करेगी. सरकार की तरफ से किन-किन योजनाओं के तहत बाढ़ पीड़ितों को सहायता की जाए इसका आंकलन होगा.

एरियल सर्वे के बाद CM ने दिया निर्देश
सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, झंझारपुर, मधुबनी, अररिया सहित कई जिलों में बाढ़ से लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक की. लोगों को तुरंत मदद दिलाने के लिए रणनीति तय की. मुख्यमंत्री के दिल्ली से लौटने के बाद ही हवाई सर्वेक्षण करने की चर्चा थी. उत्तर बिहार के नदी जल ग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है. उसके कारण ही कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

nitish
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक की

ऐसे में सरकार की तरफ से बाढ़ को लेकर जल संसाधन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित कई विभागों को पहले ही निर्देश दिया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने भी जून में बाढ़ की तैयारी को लेकर कई बार बैठक की थी.

ये भी पढ़ें- Flood in Muzaffarpur : बाढ़ के कारण कई गांव जलमग्न, ऊंची जगहों पर शरण लेने के लिए लोगों का पलायन

जून महीने से ही उफान पर हैं नदियां
बिहार में डेढ़ दर्जन जिलों में हर साल बाढ़ से तबाही होती है. इस साल भी बाढ़ से तबाही शुरू है. इस बार जून महीने में ही नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. अभी 2 से 3 महीने तक बिहार के एक बड़े हिस्से में लोग बाढ़ की समस्या से प्रभावित रहेंगे.

ये भी पढ़ें- Patna Flood: रेलवे ट्रैक तक पहुंचा बाढ़ का पानी, 7 एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग हुआ परिवर्तित

कई जगह बाढ़ से भारी तबाही
बिहार में बाढ़ से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. लगातार बारिश के बाद अब उत्तर बिहार की सभी नदियां उफान पर हैं. मुजफ्फरपुर जिले (Flood in Muzaffarur) में गंडक और बागमती नदी के बाद अब बूढ़ी गंडक नदी भी खतरे के निशान के पास पहुंच गई है. जिसके चलते मुजफ्फरपुर के कई निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. शहर से सटा अहियापुर थाना बाढ़ का पानी घुस जाने से झील में तब्दील हो चुका है.

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) बाढ़ ग्रस्त इलाकों (Flood Affected Area) का एरियल सर्वे (Aerial Survey) करने में लग चुके हैं. उन्होंने पूर्वी चंपारण जिले का सर्वेक्षण किया. उत्तर बिहार के कई जिलों में बाढ़ (Flood in Bihar) ने तांडव मचाया है. उत्तर बिहार की सभी नदियां उफान पर हैं.

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हवाई सर्वेक्षण के बाद सीएम नीतीश ने अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की. कल सीएम नीतीश मिथिलांचल का एरियल सर्वे करेंगे. बाढ़ ग्रस्त इलाकों के निरीक्षण के दौरान सीएम नीतीश ने संबंधित जिलों के अधिकारियों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया.

देखें वीडियो

बाढ़ पीड़ितों के लिए किया जाएगा आंकलन
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि एरियल सर्वे के बाद ही लोगों को राहत और बचाव के लिए सरकार विशेष कार्य करेगी. सरकार की तरफ से किन-किन योजनाओं के तहत बाढ़ पीड़ितों को सहायता की जाए इसका आंकलन होगा.

एरियल सर्वे के बाद CM ने दिया निर्देश
सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, झंझारपुर, मधुबनी, अररिया सहित कई जिलों में बाढ़ से लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक की. लोगों को तुरंत मदद दिलाने के लिए रणनीति तय की. मुख्यमंत्री के दिल्ली से लौटने के बाद ही हवाई सर्वेक्षण करने की चर्चा थी. उत्तर बिहार के नदी जल ग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है. उसके कारण ही कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

nitish
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक की

ऐसे में सरकार की तरफ से बाढ़ को लेकर जल संसाधन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित कई विभागों को पहले ही निर्देश दिया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने भी जून में बाढ़ की तैयारी को लेकर कई बार बैठक की थी.

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जून महीने से ही उफान पर हैं नदियां
बिहार में डेढ़ दर्जन जिलों में हर साल बाढ़ से तबाही होती है. इस साल भी बाढ़ से तबाही शुरू है. इस बार जून महीने में ही नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. अभी 2 से 3 महीने तक बिहार के एक बड़े हिस्से में लोग बाढ़ की समस्या से प्रभावित रहेंगे.

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कई जगह बाढ़ से भारी तबाही
बिहार में बाढ़ से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. लगातार बारिश के बाद अब उत्तर बिहार की सभी नदियां उफान पर हैं. मुजफ्फरपुर जिले (Flood in Muzaffarur) में गंडक और बागमती नदी के बाद अब बूढ़ी गंडक नदी भी खतरे के निशान के पास पहुंच गई है. जिसके चलते मुजफ्फरपुर के कई निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. शहर से सटा अहियापुर थाना बाढ़ का पानी घुस जाने से झील में तब्दील हो चुका है.

Last Updated : Jul 6, 2021, 6:41 PM IST
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