पटना : सीएम नीतीश कुमार गुरुवार को अचानक दिल्ली गए हैं. मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा भी गए हैं. मुख्यमंत्री के अचानक दिल्ली जाने से कई तरह की सियासी चर्चा भी शुरू है. क्योंकि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी दिल्ली में ही हैं. ऐसे में लोग इसे राजनीतिक नजरिए से भी देख रहे है. वहीं पार्टी नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आंख का इलाज कराने दिल्ली गए हैं. यानी इलाज कराने कहीं गए हैं. अभी किसी तरह की राजनीति कयास लगाना सही नहीं होगा.
आंख दिखाने दिल्ली गए हैं नीतीश कुमार : जदयू प्रवक्ता हेमराज राम का कहना है कि ऐसे तो मुख्यमंत्री दिल्ली आते ही जाते रहते हैं. जब दिल्ली जाते हैं तो नेताओं से मुलाकात भी होती है. ऐसे पिछले कई महीनों से इंडिया गठबंधन की गतिविधियां ठप पड़ी हुई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं. ऐसे में राजनीतिक विशेषज्ञ भी कह रहे हैं कि 3 दिसंबर के बाद ही किसी तरह की राजनीतिक गतिविधियां इंडिया गठबंधन में शुरू होगी. इसलिए नीतीश कुमार निजी कारण से ही इस बार दिल्ली की यात्रा पर गए हैं.
"इंडिया गठबंधन के अंदर जो भी घटक दल हैं और उनके लीडर हैं तो उनके बीच बातचीत होती रहती है. इस कारण इसको लेकर किसी भी तरह का सियासी कयास लगाना ठीक नहीं है." - हेमराज राम, प्रवक्ता, जदयू
25 को वापस आएंगे नीतीश कुमार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे को लेकर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का कहना है कि नीतीश कुमार जिस प्रकार से भूलने की बीमारी है अब उसका इलाज नहीं हो सकता है. नीतीश कुमार 25 नवंबर को पटना लौट आएंगे और 25 नवंबर को उन्हें मुंगेर भी जाना है.
" लालू प्रसाद यादव भी निजी यात्रा पर ही है. ऐसे दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हो जाए तो कोई बड़ी बात नहीं है. पटना में भी दोनों भाई आपस में मिलते ही रहते हैं." -अरुण पांडे, राजनीतिक विशेषज्ञ
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