पटनाः इन दिनों सीएम नीतीश कुमार का कांग्रेस को लेकर बयान पर खूब सियासत हो रही है. हालांकि जदयू और दीपांकर भट्टाचार्य की ओर से सीएम के बयान पर सफाई भी दी जा चुकी है कि इसका उद्देशय कुछ और था. इसी बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह का बयान सामने आया है. अखिलेश सिंह ने माना है कि केंद्र में सत्ता बदलना इतना आसान नहीं है. इसके लिए पूरी प्लानिंग के साथ काम करना पड़ता है.
सीएम के बयान पर कांग्रेस का रिएक्शनः अखिलेश सिंह पटना में एक सम्मेलन में मीडिया को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार का कांग्रेस के बयान पर अखिलेश सिंह ने कहा कि 'नीतीश कुमार चाहते हैं कि कल परसो प्रधानमंत्री को हटा दिया जाए, लेकिन ऐसा नहीं होता.' अखिलेश सिंह ने कहा कि जाहिर सी बात है कि कांग्रेस अभी विधानसभा चुनाव में व्यस्त है. इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी.
"नीतीश जी का निहितार्थ था कि और तेजी से काम होना चाहिए. नीतीश जी चाहते हैं कि कल परसो ही मोदी जी हटा दिया जाए, लेकिन ये तो तय है कि अप्रील में चुनाव होगा. पांच राज्यों में चुनाव है, जिसमें राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है. MP में भाजपा की सरकार है, वहां भी कांग्रेस की सरकार बनेगी. तेलांगना और मिजोरम में क्षेत्रीय पार्टी से मुकाबला है. इन पांच राज्यों नें जीत के बाद कांग्रेस का कद बढ़ेगा, जिससे इंडिया गठबंधन को फायदा होगा." -अखिलेश सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
जल्द मंत्री मंडल का होगा विस्तारः अखिलेश सिंह ने कहा कि पांचों राज्यों में चुनाव के बाद निश्चित तौर पर इंडिया गठबंधन को लेकर बातचीत होगी. कई प्रदेश में कांग्रेस के सहयोगी दल के लोग भी चुनाव लड़ रहे हैं. इसपर कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर कोई गठबंधन नहीं है. कोई भी पार्टी अगर चुनाव लड़ रहा है तो वह कांग्रेस का ही साथ देगा. उन्होंने बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर की अपनी प्रक्रिया दी. कहा कि इसको लेकर बात कर ही रहे हैं. जल्द से जल्द बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा.
क्या बोले थे सीएमः सीएम नीतीश कुमार ने पटना के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि "कांग्रेस अभी चुनाव में व्यस्त है. उसे इंडिया गठबंधन के लिए टाइम नहीं है." सीएम के इस बयान के कई मायने निकाले गए. ऐसी भी चर्चा रही कि नीतीश कुमार कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं. इसी बीच मल्लिकार्जुन खड़गे के फोन आने पर सियासत और तेज हो गई. हालांकि जदयू की ओर से इसकी लेकर सफाई दी गई कि सीएम का बोलने का तात्पर्य नाराजगी नहीं थी.
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