पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य में बाढ़ की तैयारियों के संबंध में सांसदों/विधानपार्षदों /विधायकों के साथ प्रमंडलवार बैठक में प्राप्त सुझावों से संबंधित समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के द्वारा बाढ़ से बचाव की तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए थे. इन सुझावों से बाढ़ पूर्व की तैयारियों में काफी सहूलियत होगी.
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योजनाओं के निर्माण में मिलेगी मदद
सीएम ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र के फीडबैक भी संबंधित विभागों को दिए हैं. इससे भावी योजनाओं के निर्माण में भी मदद मिलेगी. जनप्रतिनिधियों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए सभी विभाग कार्य करें. उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त हुए सड़कों, पुल-पुलियों की पुर्नस्थापना को प्राथमिकता के साथ 15 जून तक पूर्ण करें.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक
बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव कुमार हंस ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर 13 से 21 मई तक सांसदों/विधानपार्षदों/विधायकों के साथ जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग और पथ निर्माण विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रमंडलवार बैठक की गई. बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित बाढ़ पूर्व कार्यों और भावी परियोजनाओं को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए.
कई अधिकारी रहे मौजूद
इस बैठक में संबंधित चारों विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव और अन्य वरीय अधिकारी भी जुड़े रहे थे. जनप्रतिनिधियों के सुझावों के आलोक में चारों विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अपने-अपने विभागों से संबंधित विस्तृत जानकारी दी. बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्री और जल संसाधन विभाग के साथ संबंधित विभागों के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद रहे.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की मुख्य बातें:
- लोगों की सहायता और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है
- जनप्रतिनिधियों के सुझावों को ध्यान रखते हुए कार्य करें.
- क्षतिग्रस्त हुए सड़कों, पुल-पुलियों की पुर्नस्थापना को प्राथमिकता के साथ 15 जून तक पूर्ण करें.
- सभी पथों और ब्रिजों का अनुरक्षण करें.
- यह सुनिश्चित करें कि सभी निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हो.
- विशेष अभियान चलाकर बरसात के पूर्व पुल-पुलियों की सफाई कार्य पूर्ण करें.
- बाढ़ सुरक्षा के लिए बचे हुए सभी कटाव निरोधक कार्य और बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य को जल्द पूरा करें.
- बाढ़ को लेकर सभी अधिकारी पूरी तरह सचेत रहें. ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके.