पटनाः जनता दरबार के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा की बंगाल से जीत (Shatrughan Sinha Victory from Bengal), विशेष राज्य के दर्जे की मांग (Special Status to Bihar), गर्मी और कोरोना के बारे में प्रतिक्रिया दी. उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा के सवाल पर हंसते हुए कहा कि बिहारी बाबू हैं, बंगाल में जीते हैं. बंगाली बाबू क्या हम तो कहेंगे कि भारतीय बाबू बन जाइए. उन्होंने विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर किए हुए सवाल को गंभीरता से लेते हुए जवाब दिया.
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विशेष मांग पर बोले सीएमः मुख्यमंत्री ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग के सवाल पर कहा कि हम लोग तो काम कर ही रहे हैं. बिहार के लिए मांग भी करते रहे हैं, लेकिन फिलहाल इसे मुद्दा बनाना सही नहीं है. केंद्रीय मंत्रियों के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छोड़िए कौन क्या बोलता है. हम लोग तो बिहार के लिए लगातार काम कर रहे हैं. सब देख रहे हैं. कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि चौथी लहर का खतरा बना हुआ है. दिल्ली में भी लगातार केस बढ़ रहे हैं. ऐसे तो हम लोगों के यहां कम मामले आ रहे हैं, लेकिन सबको अलर्ट में रहने के लिए कहा गया है. जांच अधिक से अधिक करने के लिए कहा गया है.
कोरोना और गर्मी से बचकर रहने की जरूरतः सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि दूसरे देशों में भी मामले बढ़ रहे हैं. कोरोना के जो लक्षण हैं, उसमें लोगों का आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में सभी लोग जांच कराएं. हम तो यही कहेंगे. बिहार में तो देश में सबसे अधिक जांच हो रहे हैं. ऐसे सरकार पूरे मामले को लेकर सतर्क है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने गर्मी के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, अप्रैल में जिस प्रकार से गर्मी पड़ रही है, उससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि बिहार का तापमान इतना नहीं होता था. अभी जो तापमान है वह काफी अधिक है. इसके कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा है. उसके लिए प्रशासन और विभाग काम कर रहा है, लेकिन सभी को जागरुक भी रहने की जरूरत है.
उठायी जाती रही है मांगः बिहार को विशेष राज्य का दर्जा (Special Status to Bihar) देने की मांग को लेकर राजनीति लंबे समय हो रही है. जेडीयू बीच-बीच में अपनी इस मांग को लेकर मुखर होती है तो दूसरी ओर भाजपा इसे सिरे से खारिज कर (BJP rejects JDU demand for special status to Bihar) देती है.
स्पेशल स्टेटस को लेकर जेडीयू नेता चला रहे अभियान: बता दें कि स्पेशल स्टेटस को लेकर बिहार विधान मंडल से दो बार प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजे जा चुके हैं. जेडीयू नेता स्पेशल स्टेटस को लेकर अभियान चला रहे हैं. जेडीयू का मानना है कि बिना बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले राज्य का विकास नहीं हो सकता है. नीति आयोग की रिपोर्ट का भी जेडीयू नेता हवाला दे रहे हैं. हालांकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP State President Sanjay Jaiswal) इसे खारिज करते हुए कहा था कि बिहार अपने संसाधनों का बेहतर उपयोग कर भी तरक्की कर सकता है.
विशेष राज्य का दर्जा मिलने से चहुंमुखी विकास: जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (JDU state president Umesh Kushwaha) ने कहा था कि 1990 के दशक में बिहार कहां खड़ा था और आज की तारीख में कहां है, यह सबको पता है. नीतीश कुमार के विकास मॉडल की बदौलत हम बिहार को अग्रिम पंक्ति में ला चुके हैं. बिहार को अगर विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता है तो चहुमुखी विकास होगा.
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