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CM नीतीश ने दिया तैयारी का निर्देश, पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन - corona vaccination in Bihar

सीएम नीतीश कुमार स्वास्थ्य महकमे के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सभी पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर चर्चा की गई है.

बिहार सरकार
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Published : Dec 18, 2020, 6:56 PM IST

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की. समीक्षा के दौरान आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 के तहत स्वास्थ्य विभाग से क्रियान्वित ने वाली योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा हुई. मुख्यमंत्री ने कोरोना से संबंधित विस्तृत चर्चा भी की और अधिकारियों से कहा कि जब तक कोरोना वैक्सीन लग नहीं जाती है, तब तक बिहार में जो जांच चल रही है उसे मेंटेन रखा जाए. जांच से ही कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में मदद मिली है.

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में दिए कई निर्देश-

पटना से अविनाश की रिपोर्ट
  • आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 के तहत स्वास्थ्य विभाग से क्रियान्वित होने वाली योजनाओं को तेजी से लागू करें.
  • प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अनुमण्डलीय अस्पतालों एवं जिला अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं को और बेहतर एवं विस्तारित करने के लिए योजनाओं पर तेजी से काम करें.
  • टेलीमेडिसीन के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अनुमण्डलीय अस्पतालों एवं जिला अस्पतालों को जोड़ने से लोगों को चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध हो पाएगी.
  • एंबुलेंस सेवा का और विस्तार करें, जिससे मरीजों को निर्धारित समय में एंबुलेंस सुविधा का लाभ मिल सके.
  • जब तक वैक्सीनेशन न हो जाए, तब तक कोरोना संक्रमण की जांच इसी तरह मेंटेन रखें.
  • वैक्सीनेशन कार्य में मैन पॉवर का समायोजन इस प्रकार हो कि अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी सुचारु रुप से चलती रहें.
  • पल्स पोलियो की तर्ज पर पूरी सजगता के साथ वैक्सीनेशन का कार्य बेहतर तरीके से हो.
  • बाल ह्रदय योजना के अंतर्गत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों की निःशुल्क उपचार की व्यवस्था के लिए कार्य करें.
  • इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी और आईजीआईएमएस में हृदय उपचार की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए.

समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 के तहत विभाग से जुड़ी योजनाओं के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया. प्रस्तुतीकरण में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति एवं उसके नियंत्रण के लिए किए जा रहे कार्यों के साथ-साथ कोविड-19 वैक्सिन की उपलब्धता की स्थिति में सप्लाई चेन सिस्टम की भी विस्तृत जानकारी दी.

ये भी पढ़ें : हो गया फैसला, बिहार में 4 जनवरी से खुलेंगे शिक्षण संस्थान

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्य सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, प्रबंध निदेशक बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना कारपोरेशन लिमिटेड प्रदीप कुमार झा, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे.

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की. समीक्षा के दौरान आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 के तहत स्वास्थ्य विभाग से क्रियान्वित ने वाली योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा हुई. मुख्यमंत्री ने कोरोना से संबंधित विस्तृत चर्चा भी की और अधिकारियों से कहा कि जब तक कोरोना वैक्सीन लग नहीं जाती है, तब तक बिहार में जो जांच चल रही है उसे मेंटेन रखा जाए. जांच से ही कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में मदद मिली है.

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में दिए कई निर्देश-

पटना से अविनाश की रिपोर्ट
  • आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 के तहत स्वास्थ्य विभाग से क्रियान्वित होने वाली योजनाओं को तेजी से लागू करें.
  • प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अनुमण्डलीय अस्पतालों एवं जिला अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं को और बेहतर एवं विस्तारित करने के लिए योजनाओं पर तेजी से काम करें.
  • टेलीमेडिसीन के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अनुमण्डलीय अस्पतालों एवं जिला अस्पतालों को जोड़ने से लोगों को चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध हो पाएगी.
  • एंबुलेंस सेवा का और विस्तार करें, जिससे मरीजों को निर्धारित समय में एंबुलेंस सुविधा का लाभ मिल सके.
  • जब तक वैक्सीनेशन न हो जाए, तब तक कोरोना संक्रमण की जांच इसी तरह मेंटेन रखें.
  • वैक्सीनेशन कार्य में मैन पॉवर का समायोजन इस प्रकार हो कि अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी सुचारु रुप से चलती रहें.
  • पल्स पोलियो की तर्ज पर पूरी सजगता के साथ वैक्सीनेशन का कार्य बेहतर तरीके से हो.
  • बाल ह्रदय योजना के अंतर्गत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों की निःशुल्क उपचार की व्यवस्था के लिए कार्य करें.
  • इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी और आईजीआईएमएस में हृदय उपचार की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए.

समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 के तहत विभाग से जुड़ी योजनाओं के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया. प्रस्तुतीकरण में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति एवं उसके नियंत्रण के लिए किए जा रहे कार्यों के साथ-साथ कोविड-19 वैक्सिन की उपलब्धता की स्थिति में सप्लाई चेन सिस्टम की भी विस्तृत जानकारी दी.

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बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्य सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, प्रबंध निदेशक बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना कारपोरेशन लिमिटेड प्रदीप कुमार झा, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे.

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