पटना: इन दिनों बिहार विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा है. रोज किसी न किसी मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में विपक्षी सदस्यों का हंगामा देखने को मिलता है. हालांकि सोमवार को विधान परिषद में विपक्ष के हंगामे की बजाय अंग्रेजी में दिखाए जा रहे विवरण से सीएम नाराज हो गए. दरअसल जब बिहार विधान परिषद की कार्यवाही शुरू हुई, तब अल्पसूचित और तारांकित प्रश्न लिए जा चुके थे और शून्यकाल चल रहा था. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सदन में पहले से ही मौजूद थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब सदन में पहुंचे, तब विधान पार्षद अपने प्रश्नों को रख रहे थे. उसकी टेली कास्टिंग NeVA द्वारा की जा रही थी.
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'हिंदी में सारे डिटेल शो होने चाहिए': टेली कास्टिंग में जब भी कोई विधान पार्षद अपने प्रश्नों को रखते हैं, तो उसके सभी डिटेल्स स्क्रीन पर आते हैं. जिसमें सदस्यों के नाम, उनका चुनाव क्षेत्र, अगर मंत्रीपद पर हैं तो उसका सम्पूर्ण विवरण होता है. इसमें कुछ हिंदी में और कुछ इंग्लिश में रहता है, जिस पर सीएम ने कहा कि ये सब भी हिंदी में होना चाहिए. सीएम की बात पर सहमति जताते हुए सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि सदन इस पर संज्ञान लेता है और इसे शाम तक सही कर दिया जाएगा. ज्ञात हो कि NeVA यानी नेशनल ई विधान अप्लिकेशन द्वारा विधान सभा और विधान पार्षद की कार्यवाही की वेब टेली कास्टिंग की जाती है.
जब अंग्रेजी बोलने पर भड़क गए थे सीएम: आपको याद दिलाएं कि कुछ दिनों पहले पटना में किसानों को लेकर एक सरकारी कार्यक्रम हो रहा था. जहां एक बड़े अधिकारी अपने संबोधन के दौरान लगातार अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे. जिस पर अचानक सीएम ने उन्हें टोका और कहा कि आप बिहार में बोल रहे हैं ना कि विदेश में. यहां किसानों को संबोधित कर रहे हैं, लिहाजा हिंदी में बोलें ताकि किसान आपकी बातों और योजनाओं के बारे में ठीक से समझ सकेंगे. जिसके बाद अधिकारी ने हिंदी में ही पूरी तरह से भाषण दिया था.