पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने (CM Nitish Kumar) मंगलवार को भागलपुर (Bhagalpur Flood) और खगड़िया (Khagaria Flood) के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इस दौरान सीएम ने नवगछिया में सामुदायिक रसोई और राहत केंद्र का निरीक्षण किया. सीएम ने बाढ़ पीड़ितों से बातचीत भी की. वहीं खगड़िया के परबत्ता में सीएम ने भारत खंड हाई स्कूल में बने राहत शिविर का भी निरीक्षण किया.
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भागलपुर और खगड़िया में सीएम ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और उनकों मिलने वाली मदद का निरीक्षण भी किया. सीएम ने कहा कि इस बार बाढ़ का असर बहुत ज्यादा हुआ है और सरकार की कोशिश है कि सभी तक सरकारी मदद पहुंचे.
हम लोग जाकर देखते हैं कि इंतजाम ठीक है या नहीं इसको देखना बहुत जरुरी है. हर दिन एक एक चीज की जानकारी ली जा रही है. आपदा पीड़ितों का सरकारी खजाने पर पहला हक है. उसी को ध्यान में रखकर सब तरह का इंतजाम किया जाता है.- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया था. एक सप्ताह पहले लगातार तीन दिनों तक हवाई सर्वेक्षण किया था. पटना में सड़क मार्ग से भी गंगा नदी के जलस्तर को जाकर देखा था और कई दिशा निर्देश दिए थे. अब एक बार फिर से स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
बता दें कि उत्तर बिहार में इस बार जून महीने से ही बाढ़ की स्थिति बनी हुई है और लाखों लोगों की परेशानी बाढ़ के कारण बढ़ी हुई है. ऐसे मुख्यमंत्री ने 15 अगस्त को भी गांधी मैदान से कहा है कि सरकार के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक है और सरकार हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश करेगी.
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मुख्यमंत्री के तरफ से लगातार बाढ़ ग्रस्त इलाकों की समीक्षा भी हो रही है. अभी हाल ही में मुख्यमंत्री ने बैठक कर बाढ़ से हुए क्षति का आकलन करने का भी निर्देश दिया है. धान रोपने की भी क्षति का आकलन करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है.
राज्य के 26 जिलों की 20 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक राज्य के 26 जिलों के 86 प्रखंडों की कुल 570 पंचायतें बाढ़ से आंशिक या पूर्ण रूप से प्रभावित है. वहां की 20 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है.
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राजधानी पटना के अलावा वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, मुजफरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर और समस्तीपुर जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इन जिलों में बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की आठ और एसडीआरएफ की नौ टीमों को लगाया गया है.
इसके अलावा चार एनडीआरएफ की और पांच एसडीआरएफ की अन्य टीमें दूसरे बाढ़ प्रभावित जिलों में पहले से तैनात हैं. प्रभावित इलाकों में 1948 नावों का परिचालन किया जा रहा है. एक लाख 39 हजार से ज्यादा पॉलीथीन शीट और 27 हजार 387 सूखा राशन पॉकेट बांटे गये हैं. इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में 31 राहत शिविर और 254 सामुदायिक किचेन का संचालन किया जा रहा है.