पटना: मुजफ्फरपुर जिले में AES से प्रभावित 5 प्रखंडों के 538 परिवारों का आर्थिक और सामाजिक सर्वेक्षण रिपोर्ट सीएम नीतीश कुमार के सामने में पेश किया गया. जीविका के CEO बाला मुरुगन डी ने रिपोर्ट पेश किया. सीएम नीतीश कुमार ने रिपोर्ट देखने के बाद सुधार के लिए कई अहम निर्देश दिये हैं.
AES से प्रभावित परिवारों को मिलेगा लाभ
नीतीश कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर जिले में AES से प्रभावित परिवारों को लाभ पहुंचाया जाएगा. 5 वर्ष तक के बच्चों का 3 महीने में पोषक क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों में दाखिला कराया जाएगा. 31 अगस्त तक सभी पीड़ित परिवारों के घर शौचालय का निर्माण होगा. प्रभावित परिवारों को इंदिरा आवास योजना का भी लाभ मिलेगा.
लोगों के बीच जागरुकता फैलाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुजफ्फरपुर जिला में AES प्रभावित परिवारों को जीविका समूह से जोड़ा जाएगा. सभी परिवारों को राशन योजना का भी लाभ दिया जाएगा. बच्चों का मुफ्त में टीकाकरण होगा और हर गांव तक नल का जल योजना का लाभ पहुंचाया जाएगा. सीएम ने लोगों के बीच जागरुकता फैलाने के लिए जीविका समूह की सक्रियता बढ़ाने का भी निर्देश दिया है.
सैकड़ों बच्चों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि इस बार भी बिहार के मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के कारण सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई थी. एईएस के प्रकोप को 1995 से मुजफ्फरपुर में नियमित रूप से दर्ज किया जा रहा है. एईएस महामारी के पीछे के कारकों और मौतों के कारण पर अलग-अलग विचार हैं. डॉक्टर और स्वास्थ्य अधिकारी भी बीमारी की सटीक प्रकृति और कारण के बारे में बता नहीं सके हैं.