पटना: बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) के स्मृति स्तंभ का सीएम नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया. दरअसल 200वां सत्र ( 200th session of Bihar Legislative Council completed) पूरा होने पर स्मृति स्तंभ का निर्माण किया गया है जिसका सीएम (CM Nitish inaugurated smriti stambh) ने विधिवत उद्घाटन किया. विधान परिषद के ठीक सामने में बनाए गए स्मृति स्तंभ में 51 सदस्यों के नाम अंकित हैं. विधान परिषद के परिसर में स्मृति स्तंभ के उद्घाटन के मौके पर समारोह का आयोजन किया गया.
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200वां सत्र पूरा होने पर स्मृति स्तंभ का उद्घाटन: बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में 7 दलों की सरकार है. वहीं विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह बीजेपी कोटे के हैं उसके बावजूद मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए. ऐसे बीजेपी का कोई भी सदस्य कार्यक्रम में नहीं दिखा. विधान परिषद के सभापति को भी हटाने की तैयारी है. 25 अगस्त को इस पर फैसला होगा.
विधान परिषद सभापति और सीएम के रिश्ते हैं बेहतर: विधान परिषद सभापति जदयू को मिलेगा लेकिन अवधेश नारायण सिंह (Awadhesh Narayan Singh) का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ संबंध शुरू से बेहतर रहा है. इसलिए सभापति के आग्रह पर मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे. हाल ही में बिहार विधानसभा के भवन के 100 साल पूरा होने पर शताब्दी समापन समारोह का आयोजन किया गया था जिसमें प्रधानमंत्री आए थे. विधानसभा में भी शताब्दी स्मृति स्तंभ का निर्माण किया गया और प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया था. अब विधान परिषद के 200वां सत्र के पूरा होने के उपलक्ष में स्मृति स्तंभ का उद्घाटन किया गया.
कुर्सी बचाने में लगे अवधेश नारायण सिंहः पिछली बार जब भाजपा और जदयू की राहें अलग अलग हुई थी तब अवधेश नारायण सिंह ने नीतीश कुमार से नज़दीकियां बना कर अपनी कुर्सी बचा ली थी. इस बार भी शपथ ग्रहण समारोह और तेजस्वी यादव के आवास पर जाकर बधाई देकर अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं, हालांकि बैठक में नीतीश कुमार के साथ रहने का उन्होंने भरोसा दिलाया है. आपको बता दें कि हरिवंश सिंह की नजदीकियां भी भाजपा के शीर्ष नेताओं से हैं.