पटनाः फ्लाइंग किंग मिल्खा सिंह (Milkha Singh) के निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. देश उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा. उनके निधन से खेल जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें.
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देश में शोक की लहर
कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के चलते मिल्खा सिंह के निधन से देश में शोक की लहर है. बिहार में भी राज्यपाल फागु चौहान, जल संसाधन मंत्री संजय झा, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी सहित कई नेताओं ने शोक किया है. सोशल मीडिया के माध्यम से भी सभी दलों के नेता मिल्खा सिंह को श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
मिल्खा सिंह ने एशियाई खेलों मे भारत का मान बढ़ाया था-लालू प्रसाद
मिल्खा सिंह के निधन पर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. संवेदना व्यक्त करते हुए लालू यादव ने कहा कि मिल्खा सिंह देश के सम्मान थे. उन्होंने एशियाई खेलों मे भारत का प्रतिनिधत्व करते हुए चार बार स्वर्ण पदक जीता और देश का मान बढ़ाया. वे पद्मश्री सम्मान से सम्मानित थे. उनके अंदर गज़ब की फुर्तीऔर ऊर्जा थी. इनके निधन से खेल जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.
पीएम मोदी ने भी शोक जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भारत के महान धावक मिल्खा सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत ने ऐसा महान खिलाड़ी खो दिया जिनके जीवन से उदीयमान खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती रहेगी. असंख्य भारतीयों के ह्रदय में विशेष स्थान रखने वाले अपने प्रेरक व्यक्तित्व और लाखों के चेहेते मिल्खा सिंह के निधन से मैं आहत हूं.
उन्होंने आगे लिखा कि मैने कुछ दिन पहले ही मिल्खा सिंह जी से बात की थी. मुझे नहीं पता था कि यह हमारी आखिरी बात होगी. उनके जीवन से कई उदीयमान खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी. उनके परिवार और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों को मेरी संवेदनायें.
91 वर्ष के थे मिल्खा सिंह
भारत के महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह का एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद शुक्रवार को निधन हो गया. उन्होंने रात 11: 30 बजे आखिरी सांस ली. पद्मश्री मिल्खा सिंह 91 वर्ष के थे. उनके परिवार में उनके बेटे गोल्फर जीव मिल्खा सिंह और तीन बेटियां हैं. इससे पहले उनकी पत्नी और भारतीय वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान निर्मल कौर ने भी कोरोना संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया था.
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पीजीआईएमईआर में चल रहा था इलाज
बताया जाता है कि मिल्का सिंह की तबीयत शाम से ही खराब थी और बुखार के साथ आक्सीजन भी कम हो गई थी. वे पीजीआईएमईआर के आईसीयू में भर्ती थे. उन्हें पिछले महीने कोरोना हुआ था और बुधवार को उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. उन्हें जनरल आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था. गुरुवार की शाम से पहले उनकी हालत स्थिर हो गई थी.
मिल्खा ने देश को दिलाए थे कई मेडल
चार बार के एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मिल्खा ने 1958 राष्ट्रमंडल खेलों में भी पीला तमगा हासिल किया था. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हालांकि 1960 के रोम ओलंपिक में था, जिसमें वह 400 मीटर फाइनल में चौथे स्थान पर रहे थे. उन्होंने 1956 और 1964 ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया. उन्हें 1959 में पद्मश्री से नवाजा गया था.