पटना: राजधानी में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या मे इजाफा हो रहा है. ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने की जिमेदारी पटना नगर निगम पर है. लेकिन संक्रमण काल मे अपनी जान हथेली पर रख कर काम करने वाले सफाईकर्मियों ने एकबार फिर निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला है.
पीएमसी के 4300 सफाई कर्मियों ने निगम प्रशासन को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा है कि यदि सरकार और निगम प्रशासन हमारी मांगों को नहीं मानती है तो हम अगले महीने से अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे. सफाई कर्मी यूनियन के नेता नंदकिशोर दास ने कहा है कि हम अपने कर्मचारियों की आवाज को लगातार नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा के सामने उठाते आ रहे हैं.
निगम प्रशासन ने दिया आश्वासन
सफाई कर्मी यूनियन के नेता नंदकिशोर दास ने बताया कि सभी सफाई कर्मी 17 अगस्त से अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने वाले थे. लेकिन नगर आयुक्त ने कुछ मांगों को छोड़ कर सभी मांगों को मान लेने का भरोसा दिलाया. इसलिए हमने निगम प्रशासन को 15 दिनों का समय दे दिया है. यदि हमारी मांगों को नहीं माना जायेगा तो हम अगले महीने से सफाई व्यवस्था छोड़ देंगे और अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे.
ये है मांगें
बता दें कि 4300 दैनिक कर्मियों अपनी सेवा स्थाई रूप से बहाल करने, 25 लाख रुपये दुर्घटना बीम लागू करने, इपीएफ की दोनों अंश की राशि इपीएफ कार्यालय में जमा करने, प्रत्येक माह की 5 तारीख तक वेतन, पेंशन भुगतान, सेवानिवृत्त और मृत कर्मचारियों के बकाए भविष्य निधि उपादान डीए के बकाए अन्तर राशि छठा और सातवा पेंशन पुनरीक्षण के बकाए अन्तर भुगतान करने, स्वास्थ्य सुरक्षा उपकरण वर्दी आपूर्ति सहित 21 सूत्री मांग के लिए निगम प्रशासन के लगातार अल्टीमेटम देते आ रहे हैं. ऐसे में एकबार फिर उन्होंने हड़ताल की चेतावनी दी है.