पटना: राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में विभिन्न मांगों को लेकर नगर निकाय के कर्मी (Municipal Workers) दो दिनों से हड़ताल (Strike) पर हैं. ऐसे में पटना की हालत दयनीय नजर आ रही है. सड़कों पर चारों तरफ कचरे का ढेर नजर आ रहा है. गंदगी की दुर्गंध से राहगीरों का सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा है.
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राजधानी समेत प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ के साथ वायरल फ्लू (Viral Flu) के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. वहीं, कोरोना के तीसरी लहर आने की आशंका जतायी जा रही है. ऐसे में अगर सफाई कर्मियों का हड़ताल बंद नहीं हुआ तो आने वाले समय में गंदगी से और भी बीमारियां फैल सकती हैं. जिससे पटनावासी भी चिंतित नजर आ रहे हैं.
पटना के प्रमुख स्थानों हड़ताली मोड़, बोरिंग रोड चौराहा, इनकम टैक्स चौराहा और एग्जिबिशन रोड पर सभी जगह सड़कों पर भारी मात्रा में कचरा फैला है. दो दिनों से कचरा नहीं उठने से कुत्ते और कौवे इसे सड़कों पर फैला रहे हैं. सड़क के किनारे के दुकानदारों का कहना है कि सफाई कर्मियों की हड़ताल से उनका जीना दुभर हो गया है. और डर सता रहा है गंदगी से बीमार न हो जायें.
पटना के हड़ताली मोड़ के दुकानदार राहुल ने बताया कि 2 दिनों से कचरे का उठाव नहीं हुआ है. जिससे गंदगी बहुत अधिक फैल गई और दुर्गंध से सांस लेना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि कई जगह सड़क पर जानवर भी मरे पड़े हैं. जिसे कुत्ते, बिल्ली और कौवे नोच रहे हैं. जिससे दुकान खोलना मुश्किल हो रहा है. मंगलवार को काफी बारिश हुई जिससे कई जगह जल जमाव भी है.
'सरकार जब तक उनकी मांगों पर निर्णय नहीं ले लेती, तब तक हड़ताल जारी रहेगा.' -चंद्र प्रकाश सिंह, अध्यक्ष, कर्मचारी संघर्ष समन्वय समिति
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बोरिंग कैनाल रोड के पास चाय दुकान लगाने वाले राजेंद्र राय ने बताया कि कोरोना महामारी का खतरा अभी बना हुआ है. ऐसे में साफ सफाई पर विशेष ध्यान सरकार को देना चाहिए. लेकिन शहर में गंदगी का अंबार लगा है. हड़ताल पर जाने से पूर्व कर्मियों ने कई बार सूचना दी और सरकार को पहले से जानकारी थी. लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया. जिससे पूरे शहर में गंदगी फैली है. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि नगर निगम के कर्मियों की जो मांगे हैं, उस पर सहानुभूति पूर्वक विचार करे और उनसे वार्ता कर हड़ताल को जल्द समाप्त कराये.
राहगीर घनश्याम प्रसाद ने बताया कि सड़क पर चलना मुश्किल है जहां देखिए कचरे का ढेर लगा है. मास्क पहनने के बावजूद बदबू से सांस लेना मुश्किल हो रहा है. सरकार को यह पहले से पता था कि सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर जा रहे हैं, तो समय रहते इस पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए थी. सरकार नगर निगम के कर्मियों की मांगों पर सकारात्मक रूप से निर्णय लें और हड़ताल जल्द खत्म कराने का प्रयास करे. उन्होंने कहा कि शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की बात कही जाती है मगर अब पटना की स्थिति पहले से बदतर हो रही है.