पटना: कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते बंद क्लास एक से आठ तक के सभी स्कूल सोमवार से खुल गए. स्कूल खुलने से बच्चों में उत्साह है. बच्चों को कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से बचाने के लिए पूरी तैयारी की गई है. बेन्च, डेस्क से लेकर स्कूल परिसर तक सभी जगह सैनिटाइज किया गया है. बच्चों को क्लास के दौरान मास्क पहनना होगा.
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स्कूल में बच्चों की उपस्थिति 50 फीसदी होगी. बच्चा एक दिन छोड़कर स्कूल जाएगा. बच्चे एक-दूसरे से छह फीट की दूरी बनाकर क्लास में बैठेंगे. बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के चलते 5 अप्रैल को बिहार के सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद कर दिए गए थे. राज्य सरकार ने 12 जुलाई से 10वीं क्लास के ऊपर के स्कूल और कॉलेज खोलने का फैसला किया था. 7 अगस्त से 9वीं और 10वीं क्लास के स्कूल खोले गए थे.
सोमवार से बिहार के करीब 80 हजार प्रारंभिक स्कूल खुल गए. सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में करीब 1.75 करोड़ बच्चे पढ़ते हैं. प्रारंभिक स्कूलों में कक्षाएं सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेंगी. माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में छात्रों को सुबह 9:30 बजे से शाम 4 बजे तक पढ़ाया जाएगा. बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्कूल नहीं खुलेंगे.
बता दें कि बच्चों को बस, वैन या ऑटो से स्कूल ले जाने के दौरान कोरोना गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा. ड्राइवर और कंडक्टर के साथ सभी लोगों को मास्क पहनना होगा. इसके साथ ही सैनिटाइजर भी रखना होगा. इसका उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर परिवहन विभाग के अधिकारी संबंधित वाहन का परमिट रद्द कर देंगे.
परिवहन विभाग ने सभी जिलों को पत्र लिखकर स्कूली बसों, वैन, आटो आदि में कोरोना गाइडलाइन के नियमों का सख्ती से पालन कराने का आदेश जारी किया है. स्कूली बच्चों की गाड़ियों में शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा जाएगा. ओवरलोड की अनुमति नहीं दी जाएगी. सभी जिलों में परिवहन पदाधिकारियों की टीम स्कूली बसों का औचक निरीक्षण करेगी.
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