पटना: बिहार में पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. बख्तियारपुर, दरौंदा, सिमरी, नाथनगर, बेलहर और किशनगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं. वहीं, एलजेपी सांसद रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचंद्र पासवान के निधन के बाद समस्तीपुर लोकसभा सीट पर भी चुनाव कराया जा रहा है.
उपचुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर सत्तारुढ़ एनडीए के अंदर कुछ भी अभी तक क्लियर नहीं है. हालांकि, 2015 के विधानसभा चुनाव में 4 सीटों पर जेडीयू के उम्मीदवार थे. लेकिन, नीतीश कुमार उस समय महागठबंधन के हिस्सा थे. अब वह महागठबंधन का हिस्सा ना होकर एनडीए का हिस्सा हैं. ऐसे में फिलहाल एनडीए में कुछ तय नहीं है.
महाठबंधन में भी खींचतान
बता दें कि महागठबंधन के सभी दल अपनी-अपनी दावेदारी को लेकर बयानबाजी करने लगे हैं. एक तरफ जहां आरजेडी ने तीन से चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए दावा ठोका है. वहीं, कांग्रेस भी 2 से 3 सीटों पर लड़ने की बात कह रही है. इससे पहले भी कांग्रेस और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने दो-दो सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी.
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आरजेडी ने किया दावा
आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने उपचुनाव में 3 से 4 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के सारे नेता आपस में मिल बैठकर सीटों पर फैसला करेंगे. लेकिन, महागठबंधन बड़ी पार्टी है और हम 3 से 4 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रहे हैं.
कांग्रेस ने जताई इच्छा
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि महागठबंधन में सीट को लेकर किसी तरह का कोई परेशानी नहीं है. लेकिन, कांग्रेस के पास पिछले बार भी 2 सीटें थी. किशनगंज और समस्तीपुर तो ऐसे में स्वाभाविक है कि इन दोनों सीटों पर कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी. हालांकि, महागठबंधन की बैठक के बाद कुछ भी आधिकारिक फैसला आएगा.