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चिराग पासवान का बड़ा फैसला, राजू तिवारी को बनाया LJP का प्रदेश अध्यक्ष - Patna

चिराग पासवान ने अब खुलकर अपने चाचा पशुपति पारस से आर-पार के मूड में आ गए हैं. अपनी पार्टी को बचाने के लिए उन्होंने बेहद करीबी राजू तिवारी को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष नियुक्ति किया है. राजू तिवारी एलजेपी में मौजूद चिराग के उन विश्वसनीय नेताओं में हैं, जिनका अपना आधार भी है.

Chirag Paswan
Chirag Paswan
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Published : Jun 16, 2021, 8:30 PM IST

नई दिली/पटना: एलजेपी में जारी कलह के बीच चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने अपने सबसे विश्ववसनीय राजू तिवारी (Raju Tiwari) को अहम जिम्मेदारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष के महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया है. अस बाबत चिराग ने विज्ञप्ति भी जारी कर दी है.

ये भी पढ़ें- बोले चिराग- 'मैंने अंत तक पार्टी और परिवार को बचाने की कोशिश की, पर चाचा...'

राजू तिवारी होंगे प्रदेश अध्यक्ष
अपने 5 सांसदों की बगावत के बाद पार्टी को बचाने की लड़ाई लड़ रहे चिराग पासवान ने बुधवार देर शाम विज्ञप्ति जारी कर बताया कि राजू तिवारी अब एलजेपी की बिहाई इकाई के अध्यक्ष होंगे. जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, 'राजू तिवारी जी, मुझे आपको लोक जनशक्ति पार्टी की बिहार इकाई का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करते हुए काफी प्रसन्नता हो रही है. विश्वास है कि आपके कुशल नेतृत्व में बिहार में पार्टी और सुदृढ़ होगी.'

चिराग पासवान
प्रेस विज्ञप्ति

कौन हैं राजू तिवारी?
राजू तिवारी गोविंदगंज सीट से विधायक रहे हैं. हालांकि 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें शिकस्त मिली. राजू चिराग पासवान के भरोसेमंद माने जाते हैं. वे पार्टी में कई पदों पर रहे हैं. हाल में उन्हें प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. चुनावी हलफनामे के मुताबिक 50 वर्षीय राजू तिवारी पोस्ट ग्रैजुएट हैं.

चिराग ने की थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी थी. उन्होंने कहा कि पार्टी के संविधान के अनुसार सिर्फ संसदीय दल और खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष ही संसदीय दल के नेता को चुन सकता है, अगर चाचा कहते तो उन्हें संसदीय दल का नेता बना देता. अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष की बात है तो संविधान के अनुसार अभी भी वही अध्यक्ष हैं. मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं, मैं शेर का बेटा हूं, पहले भी लड़ा था और आगे भी लड़ूंगा. बिहार की जनता हमारे साथ है.

ये भी पढ़ें- जहां से सांसद हैं चिराग, वहां के कार्यकर्ताओं में पशुपति पारस के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश, फूंका पुतला

5 सांसदों ने चिराग का साथ छोड़ा
आपको बताएं कि 6 सांसदों वाली एलजेपी में बड़ी टूट हुई है. चिराग पासवान को छोड़कर सभी 5 सांसदों ने अलग गुट बना लिया है. इनमें पशुपति पारस, प्रिंस राज, वीणा देवी, चंदन कुमार सिंह और महबूब अली कैसर हैं. इनकी मांग पर लोकसभा अध्यक्ष ने पशुपति को संसदीय दल के नेता के तौर पर मान्यता दे दी है. अब पार्टी अध्यक्ष पर भी पशुपति की ओर से दावेदारी की गई है.

नई दिली/पटना: एलजेपी में जारी कलह के बीच चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने अपने सबसे विश्ववसनीय राजू तिवारी (Raju Tiwari) को अहम जिम्मेदारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष के महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया है. अस बाबत चिराग ने विज्ञप्ति भी जारी कर दी है.

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राजू तिवारी होंगे प्रदेश अध्यक्ष
अपने 5 सांसदों की बगावत के बाद पार्टी को बचाने की लड़ाई लड़ रहे चिराग पासवान ने बुधवार देर शाम विज्ञप्ति जारी कर बताया कि राजू तिवारी अब एलजेपी की बिहाई इकाई के अध्यक्ष होंगे. जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, 'राजू तिवारी जी, मुझे आपको लोक जनशक्ति पार्टी की बिहार इकाई का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करते हुए काफी प्रसन्नता हो रही है. विश्वास है कि आपके कुशल नेतृत्व में बिहार में पार्टी और सुदृढ़ होगी.'

चिराग पासवान
प्रेस विज्ञप्ति

कौन हैं राजू तिवारी?
राजू तिवारी गोविंदगंज सीट से विधायक रहे हैं. हालांकि 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें शिकस्त मिली. राजू चिराग पासवान के भरोसेमंद माने जाते हैं. वे पार्टी में कई पदों पर रहे हैं. हाल में उन्हें प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. चुनावी हलफनामे के मुताबिक 50 वर्षीय राजू तिवारी पोस्ट ग्रैजुएट हैं.

चिराग ने की थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी थी. उन्होंने कहा कि पार्टी के संविधान के अनुसार सिर्फ संसदीय दल और खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष ही संसदीय दल के नेता को चुन सकता है, अगर चाचा कहते तो उन्हें संसदीय दल का नेता बना देता. अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष की बात है तो संविधान के अनुसार अभी भी वही अध्यक्ष हैं. मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं, मैं शेर का बेटा हूं, पहले भी लड़ा था और आगे भी लड़ूंगा. बिहार की जनता हमारे साथ है.

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5 सांसदों ने चिराग का साथ छोड़ा
आपको बताएं कि 6 सांसदों वाली एलजेपी में बड़ी टूट हुई है. चिराग पासवान को छोड़कर सभी 5 सांसदों ने अलग गुट बना लिया है. इनमें पशुपति पारस, प्रिंस राज, वीणा देवी, चंदन कुमार सिंह और महबूब अली कैसर हैं. इनकी मांग पर लोकसभा अध्यक्ष ने पशुपति को संसदीय दल के नेता के तौर पर मान्यता दे दी है. अब पार्टी अध्यक्ष पर भी पशुपति की ओर से दावेदारी की गई है.

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