पटना: यूजीजी नाम के एक चायनीज ऐप के माध्यम से ठगी के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है. फिलहाल पूरे मामले की तफ्तीश करने में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम जुटी हुई है. इसमें शामिल सभी शातिरों का पता लगाने और अब तक कुल कितनी राशि की ठगी की गयी है, इसका सही पता लगाया जा रहा है.(fraud of lakhs in bihar) (bihar Cyber crime) (Fraud with UGG Chinese App)
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लोन के नाम पर चायनीज ऐप से लाखों की ठगी: इस मामले को लेकर फुलवारीशरीफ में एक और अरवल जिला के परासी थाना में एक एफआईआर दर्ज की गयी है. ऑनलाइन लोन देने वाले किसी ऐप के जरिए इतनी बड़ी संख्या में साइबर फ्रॉड का यह अपनी तरह का पहला मामला सामने आया है. (Cyber fraud in name of loan from Bihar)
ईओयू को मिली कई शिकायतें: शुरुआती जांच में अब तक लाखों रुपये के ठगी की बात सामने आ रही है. समुचित जांच के बाद ही इसका सही आंकड़ा सामने आ पायेगा. ईओयू इस माध्यम से ठगी के शिकार सभी लोगों से सामने आकर शिकायत करने के लिए कह रहा है, ताकि ठगी के पूरे नेटवर्क को खंगाला जा सके.
बिहार के 150 लोगों से लाखों की ठगी: इस मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार, फुलवारीशरीफ (Cyber fraud in Phulwari Sharif) के बिरला कॉलोनी के रहने वाले तनमय दिपांकर नाम के व्यक्ति ने 2 जनवरी 2022 की सुबह गूगल प्ले स्टोर से यूजीजी नाम के एक लोन ऐप को डाउनलोड किया और इस पर लोन के लिए आवेदन किया. उनके व्हाट्स ऐप पर इससे संबंधित एक पीडीएफ डॉक्यूमेंट आया. इस पर 14 लाख 17 हजार 500 रुपये का लोन स्वीकृत करने की बात कही गयी. इसमें पासवर्ड के स्थान को ब्लर कर दिया गया था. इसकी थोड़ी देर बाद उनके व्हाट्स ऐप पर एक मैसेज आया, जिसमें उनके बैंक खाते से 50 हजार रुपये एक निजी बैंक के खाते में ट्रांसफर होने की बात लिखी थी.
ये है ठगी का तरीका..हो जाइये सावधान: यह खाता किसी हसीफब्दुल्लाह नाम के व्यक्ति का है. इसके बाद तनमय के व्हाट्स नंबर पर यह सूचना दी गयी कि उन्होंने आवेदन में गलत खाता नंबर भर दिया था, जिसकी वजह से 50 हजार रुपये बतौर जुर्माना उनके खाते से कट गये हैं. इसके बाद उन्होंने इसके कस्टमर केयर नंबर से लेकर ई-मेल समेत ऐप के अन्य सभी संपर्कों पर बात करने की कोशिश की, लेकिन किसी तरह का कोई उत्तर नहीं आया. इस तरह की घटना अन्य लोगों के साथ भी हुई है. ऑनलाइन माध्यम से किसी चायनीज ऐप के माध्यम से इस तरह की ठगी का खुलासा हुआ है.
ठगी ना कर पाने की सूरत में फ्रॉड करते हैं ये काम: राजधानी पटना (Cyber fraud in patna) के सगुना मोड़ स्थित रहने वाले लक्ष्मण प्रधान ने ईटीवी भारत से टेलीफोन एक बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें साइबर अपराधियों द्वारा लोन देने के लिए फोन किया गया था. जब उन्होंने इंटरेस्ट नहीं दिखाया लगा तो सोशल मीडिया से उनकी फोटो को निकालकर उसमें किसी लड़की की तस्वीर (न्यूड फोटो) को लगाकर बार-बार उनके मोबाइल में फोन कर उन्हें धमकी दी जा रही है. उसने पैसे की मांग की जा रही है. उन्होंने मामले की शिकायत आर्थिक अपराध इकाई से की है.
"साइबर अपराधियों ने मुझे फोन किया था. मैंने उन्हें इग्नोर कर दिया. फिर सोशल मीडिया से मेरी फोटो निकालकर उसमें लड़की की तस्वीर लगाकर मुझे अब फोटो भेजा जा रहा है और मोबाइल पर धमकी दी जा रही है."- लक्ष्मण प्रधान, पटना निवासी
साइबर एक्सपर्ट की राय: साइबर एक्सपर्ट अभिनव प्रकाश की मानें तो लोन के नाम पर सैकड़ों फर्जी ऐप्स चलाए जा रहे हैं. इसके झांसा देकर लोगों से ठगी हो रही है. दरअसल उनका मानना है कि करोना महामारी के बाद देश भर में नौकरियों में कमी आई है. उसके बाद लोगों ने अपने गुजर-बसर के लिए लोन के लिए लोन ऐप की मदद ले रहे हैं.
"गूगल प्ले स्टोर पर कई तरह के फर्जी लोन देने के नाम पर ऐप्स चलाए जा रहे हैं. उनके झांसे में ना आएं. सही से पहचान कर उनसे कांटेक्ट करें या बैंक के माध्यम से लोन का आवेदन करें. साइबर फ्रॉड के नए-नए तरीकों को इजाद कर आम लोगों से ठगी की जा रही है. चायना नए नए तरीके इजाद कर रहा है. उनमें से एक लोन के नाम पर ठगी भी है."- अभिनव प्रकाश, साइबर एक्सपर्ट
सिर्फ फोन कर पूरी डिटेल पर कब्जा: वहीं साइबर फ्रॉड इन दिनों लोगों को फोन कर लोन के नाम पर या किसी दूसरे स्कीम के बारे में जानकारी जब तक दे रहे हैं तब तक उनके मोबाइल को रीमोटली एक्सेस कर उनके खाते से पैसे की निकासी कर ले रहे हैं. यही नहीं साइबर फ्रॉड इन दिनों आम लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से उनका फोटो निकाल कर और गंदी लड़कियों की तस्वीर को एडिट कर उन्हें ब्लैकमेल करके भी पैसों की ठगी कर रहे हैं.
उठाएं ये कदम: साइबर एक्सपर्ट की मानें तो लोगों को काफी सचेत रहने की जरूरत है. उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक, टि्वटर, व्हाट्सएप पर किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें. यहां तक की कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिसमें साइबर फ्रॉड दूसरे व्यक्ति के नाम पर फर्जी अकाउंट खोलकर उनके खाते में पैसे ट्रांसफर कर उन्हें फंसाने की कोशिश में जुटे हैं और खुद को बचाने में लगे हैं. लोन लेने वाले इंटरेस्टेड व्यक्ति खुद से गूगल प्ले ऐप के माध्यम से ऐप की तलाश करते हैं या उन्हें साइबर फ्रॉड लोन देने के नाम पर कॉल करते हैं. जैसी ही वह इंटरेस्ट दिखाते हैं, वैसे ही उनके डीटेल्स की मांग की जाती है. डिटेल्स डालते ही उनके खाते से पैसे की निकासी होने लगती है.