पटना: एम्स पटना में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का बच्चों पर ट्रायल किया जाना है. इसके लिए 2 साल से लेकर 18 साल के बच्चों को टीका लगाया जाएगा. इन दिनों ट्रायल के लिए बच्चों का रजिस्ट्रेशन हो रहा है. रजिस्ट्रेशन का पहला और दूसरा दिन तूफान व बारिश की भेंट चढ़ गया. एम्स के डॉक्टरों ने 550 बच्चों पर ट्रायल का लक्ष्य रखा था, लेकिन दूसरे दिन तक मात्र 70 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया.
यह भी पढ़ें- Third Wave of Corona: बच्चों को संक्रमण से बचाने को लेकर UNICEF की तैयारी, अभिभावकों की भूमिका अहम
एम्स में शुक्रवार से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई है. एम्स में कोरोना टीका के ट्रायल के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ सीएम सिंह ने कहा "ट्रायल से पहले बच्चों को 3 स्टेज से गुजरना होगा. इसमें रजिस्ट्रेशन, बच्चों की आरटी पीसीआर और एंटीबॉडी जांच और टीकाकरण शामिल है. इसके बाद भी बच्चों को पूरी सावधानी बरतनी है."
70 बच्चों का हुआ रजिस्ट्रेशन
"पहले और दूसरे दिन 70 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हो पाया है. सभी बच्चे पटना जिला के आसपास के हैं. 2 दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण लोग इसमें ज्यादा इंटरेस्ट नहीं दिखा पाए. प्रचार-प्रसार की कमी के कारण कम बच्चों का ही रजिस्ट्रेशन हो पाया है."- डॉ सीएम सिंह, प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर, एम्स पटना
लोगों को जागरूक करने की जरूरत
एम्स के कोरोना नोडल अधिकारी डॉक्टर संजीव कुमार ने कहा "इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. अखबार और टीवी के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. स्कूल बंद होने के कारण बच्चों को और अधिक जागरूक करने में एम्स पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही. अगर 18 से 44 वर्ष के लोगों को पूरी तरह टीका दे दिया जाए तो काफी हद तक बच्चों में कोविड-19 के संक्रमण की संभावना कम हो जाएगी."
"कम बच्चों का रजिस्ट्रेशन चिंता की बात नहीं है. दो-तीन दिन के अंदर 550 बच्चों का हमारा टारगेट पूरा हो जाएगा. एम्स बच्चों पर टीका के ट्रायल की उम्मीद पर खड़ा उतरेगा."- अनिल कुमार, उपाधीक्षक, एम्स पटना
यह भी पढ़ें- बिहार में कोरोना से एक और डॉक्टर का निधन, सर्जन उपेंद्र प्रसाद सिंह ने इलाज के दौरान तोड़ा दम