पूर्णिया : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्णिया में महागठबंधन की रैली को संबोधित कर रहे थे तभी शिक्षक अभ्यर्थी नौकरी की मांग करने लगे. अभ्यर्थियों के शोर मचाए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी भड़क गए. मंच से ही नीतीश कहने लगे कि.. ''क्या-क्या बोल रहे हो जी..?आप शिक्षक वाला बात मत बोलो...अरे सुनो .. आपको मालूम है कि कितने शिक्षकों की बहाली हो चुकी है? कितने की बहाली उनकी सरकार करने वाली है?''
'बिहार में होगी शिक्षकों की बंपर बहाली' : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंच से शिक्षक अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें चिंता करने की बात नहीं है. सीएम नीतीश ने ये भी कहा कि वो शिक्षकों की भर्ती के लिए एक-एक बात कर रहे हैं. कोई दस को समझा देता है तो ये सब गलत है. हर चीज होगा. बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार दिया जा रहा है. सीएम नीतीश ने कहा महागठबंधन के मंच से ऐलान किया कि बिहार में शिक्षकों की बंपर बहाली होने वाली है. नीतीश ने ये भी आश्वासन दिया कि बिहार में टीचर की सैलरी भी बढ़ेगी.
कैबिनेट पेश नहीं हुई नियमावली: बता दें कि शुक्रवार को ही सीएम नीतीश की कैबिनेट मीटिंग थी. ये पूरा अंदेशा था कि इस बार शिक्षक भर्ती नियमावली में बदलाव करके वैकेंसी निकाली जाएगी. लेकिन नियोजित शिक्षकों के मुद्दे को कैबिनेट से हरी झंडी नहीं मिल पाई. इस बात से निराश शिक्षक अभ्यर्थियों ने महागठबंधन की पूर्णिया रैली में पहुंचकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस सरकार में उन्हें बेरोजगार ही रहना पड़ेगा.
7वें चरण के नियोजित शिक्षकों का बढ़ा इंतजार: बिहार में शिक्षक नियोजन के 7वें चरण के बहाली की प्रक्रिया लटकी हुई है. इस मुद्दे पर अब भी संशय के हालात बने हुए हैं. शिक्षक अभ्यर्थी नियुक्ति के इंतजार में बैठे हुए हैं लेकिन नियमावली कैबिनेट से पास नहीं हो पाने की स्थिति में नियोजित शिक्षक उम्मीदवारों का इंतजार काफी लंबा हो गया है. यही वजह है कि नियोजित शिक्षक अभ्यर्थी अपनी पीड़ा को दर्ज कराने के लिए सीएम नीतीश के सामने ही प्रदर्शन कर दिया.
नई नियमावली को हरी झंडी कब? : देखने वाली बात ये है कि बिहार सरकार कब तक नई नियमावली को कैबिनेट से पास करवाती है और सीएम नीतीश अपने वादे के मुताबिक शिक्षक अभ्यर्थियों को नौकरी दे पाने की स्थिति में आते हैं. फिलहाल सरकार अपना सियासी एजेंडा सेट करने में लगी हुई है. शिक्षक अभ्यर्थियों के पास सिवाय इंतजार के कोई चारा भी नहीं बचा है.