भागलपुर/गया/ बेतिया: राज्य के विभिन्न घाटों पर छठ व्रतियों ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया. उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण के साथ ही चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन हो गया. इस अवसर पर वातावरण भक्तिमय हो गया.
सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा का समापन
भागलपुर में स्थित गंगा घाटों, तालाबों और घर की छतों पर लाखों व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. इसके साथ ही लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ संपन्न हो गया. इस महापर्व के चौथे दिन शनिवार को नदियों और तालाबों में खड़े होकर उगते सूर्य को दूसरा अर्ध्य अर्पित किया. दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत समाप्त हो गया.
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छठ पूजा को लेकर प्रशासन अलर्ट
गया में छठ पूजा के दौरान विभिन्न समितियां कोरोना को लेकर काफी जागरूक दिखी. विभिन्न समितियों के माध्यम से छठ घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं के बीच मास्क वितरण और उनके हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा था. इसके साथ ही प्रशासन के माध्यम से भी सुरक्षा को लेकर कड़ा प्रबंध किया गया था. विभिन्न जगहों पर वाच टावर और चेक पोस्ट बनाए गए थे और साथ ही सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही थी.
बेतिया: जिले में छठ महापर्व के अवसर पर सभी घाटों पर कोरोना संक्रमण का खौफ देखने को मिला. पहले की अपेक्षा सभी घाटों पर भीड़ कम देखने को मिली. शनिवार सुबह 6 बजकर 49 मिनट पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन किया गया.
सभी मनोकामनाएं होती हैं पूरी
बेतिया में महापर्व छठ में कोरोना के संक्रमण के कारण कई लोगों ने अपने घरों पर ही सूर्य को अर्ध्य दिया. पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष छठ घाटों पर ज्यादा भीड़ देखने को नहीं मिला. इस दौरान छठ व्रतियों ने गिरते जल की धारा में सूर्यदेव का दर्शन किया. लोगों की मान्यता है कि सूर्य को अर्घ्य देने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.