पटनाः 2 अक्टूबर को बिहार सरकार की ओर से जातीय गणना की रिपोर्ट जारी की गई थी और उसके बाद से ही जदयू कार्यालय में जश्न का माहौल दिख रहा है. खासकर पिछड़ा और अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जदयू के नेताओं में जबरदस्त उत्साह है. जदयू नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक इतिहास रचा है और पूरे देश के लिए एक दिशा दिखाई है.
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जदयू कार्यालय में जश्न का माहौलः जातीय गणना की रिपोर्ट जारी करने वाला बिहार देश में पहला राज्य है, इससे पहले भी कुछ राज्यों ने जातीय गणना की रिपोर्ट जरूर तैयार की थी लेकिन किसी भी राज्य सरकार ने इसे जारी नहीं किया था, लेकिन बिहार में नीतीश सरकार ने रिपोर्ट को जारी कर दिया है हालांकि अभी आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक रिपोर्ट जारी नहीं हुई है. उसे अभी जारी होने में डेढ़ से दो महीने लग सकते हैं.
जदयू कार्यकर्ताओं ने निकाला जुलूसः बिहार में जाति का आंकड़ा जारी होने के बाद मुख्यमंत्री ने विधानसभा में 9 दलों के नेताओं के साथ बैठक भी की है और सामाजिक आर्थिक और शैक्षणिक रिपोर्ट अगले विधानसभा सत्र में पेश करने की बात भी कही. फिलहाल रिपोर्ट जारी होने के बाद जदयू के कार्यकर्ता और नेताओं में काफी खुशी है. ये लोग जश्न मनाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं. जदयू कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से इनकम टैक्स तक ढोल बजाते और गुलाल खेलते हुए जुलूस भी निकाला.
"जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद से पूरे बिहार में उल्लास का माहौल है. ये रिपोर्ट पूरे देश को दिशा दिखाएगी. बिहार ने एक बार फिर इतिहास रचा है. हम लोग राज्य के मुखिया नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हैं. जिन्होंने इस काम को पूरा करके दिखाया"- मनीष यादव, जदयू कार्यकर्ता