पटना: देशभर में भगवान चित्रगुप्त का पूजन पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. मंगलवार को चित्रांश समाज के लोगों ने भगवान चित्रगुप्त की पूजा पूरे वैदिक मंत्रों के साथ सम्पन्न किया. इस दिन कायस्थ परिवार के लोग कलम से कुछ भी नहीं लिखते हैं और न ही कलम को छूते हैं. पटना सिटी के ऐतिहासिक राजा टोडरमल निर्मित प्राचीन चित्रगुप्त, आदि मन्दिर नौजरघाट में भगवान चित्रगुप्त मन्दिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा.
कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया में होती है पूजा
नालंदा में भी धूमधाम के साथ भगवान चित्रगुप्त की अराधना की. कायस्थ परिवार के लोग चित्रगुप्त के वंशज होने के कारण कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को अपने आराध्य चित्रगुप्त महाराज की पूजा करते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस पूजा को करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है. बिहार शरीफ के भराव पर स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर के प्रांगण में स्थित भगवान चित्रगुप्त के मंदिर, महल पर स्थित भगवान चित्रगुप्त के मंदिर, अंबेर पंच अंगनवा में भगवान चित्रगुप्त की पूजा की गई.
कागज पर लिखते हैं सलाना आय
जहानाबाद में ठाकुरबाड़ी स्थित चित्रगुप्त भगवान के मंदिर में कायस्थ परिवार के लोगों ने अपने पूरे परिवार के साथ कलम दवात की पूजा की. बता दें कि मान्यता है कि आज के दिन कायस्थ समाज का हर सदस्य कलम से कागज पर अपनी सलाना आय लिख कर एक मंत्र के साथ वो कागज चित्रगुप्त महाराज के पास रख देते हैं. उसके बाद पूरी विधि से पूजा करते हैं. वहीं शाम को ठाकुरबाड़ी स्थित मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया जाता है.