पटना: बिहार में दारोगा भर्ती परीक्षा के बाद परिचालक को लेकर शुरू हुआ हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. दारोगा भर्ती परीक्षा के अभ्यार्थी लगातार पर्चा लीक का आरोप लगाते हुए परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. जब उन्हें सरकार की ओर से निराशा हाथ लगी, तो ये अभ्यार्थी अपनी मांग को लेकर आरजेडी कार्यालय पहुंचे.
अभ्यार्थियों के मुताबिक उन्होंने इसकी शिकायत आयोग से भी की. लेकिन, आयोग ने उनकी बात सुनने से मना कर दिया. जिसके बाद उन्होंने बिहार की बड़ी विपक्षी पार्टी का सहारा लिया. अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार उनकी आवाज दबा रही है. उन्होंने कहा कि बिहार में जितनी भी परीक्षाएं हो रही हैं, सभी में घोटाले हो रहे हैं. ऐसे में गरीब परीक्षार्थी कहां जाएंगे. अभ्यार्थियों ने कहा कि अब उनकी एकमात्र उम्मीद आरजेडी से है. वे चाहते हैं कि पार्टी उनकी आवाज को सरकार तक पहुंचाए और इस पूरे मामले में जांच कराई जाए.
सोशल मीडिया पर पेपर लीक
बता दें कि 22 दिसंबर को इसी साल बिहार में दारोगा के 2446 पदों के लिए बहाली आई थी. जिसके लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन 22 दिसंबर को बिहार के कई शहरों में हुआ. इस परीक्षा में प्रश्न पत्र बाहर ले जाने की अनुमति नहीं थी. इसके बावजूद परीक्षा के दौरान ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.