पटना: कोरोना के बढ़ते संक्रमण और ओमीक्रोन के खतरे (Omicron Alert In Patna) को देखते हुए बिहार सरकार ने नए वर्ष के मद्देनजर राजधानी पटना के सभी पार्क (All Parks Closed In Patna Till 2 January) और जू को बंद करने का निर्देश दिया है. लेकिन सरकारी नौकरियों की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों खासकर फिजिकल टेस्ट (Bihar Police Constable Physical Test) की तैयारी करने वालों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में अभ्यर्थियों ने सुबह और शाम फिजिकल टेस्ट के प्रैक्टिस के लिए गांधी मैदान को खोलने की अनुमति देने की सरकार से मांग की है.
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गांधी मैदान में फिजिकल टेस्ट की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों ने ईटीवी भारत के माध्यम से मैदान को खोलने की मांग की है. अभ्यर्थियों का कहना है कि, 26 दिसंबर 2021 को बिहार पुलिस के कांस्टेबल का रिटेन परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ है. फिजिकल परीक्षा महज 45 से 50 दिनों के बाद 28 जनवरी को लिया जाएगा. बहुत ही कम समय प्रिपरेशन के लिए बचा है. रिटन एग्जाम में क्वालीफाई कर चुके हैं. जिस वजह से लगातार कड़ी मेहनत कर फिजिकल टेस्ट की प्रिपरेशन की जा रही है. ऐसे में राज्य सरकार ने सभी पार्को को 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक बंद करने का निर्देश दिया है. इसके कारण प्रैक्टिस में काफी बाधाएं पहुंचेगी.
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"सरकार के फैसले से हमलोग सहमत नहीं है. हमारा फिजिकल टेस्ट होने वाला है, लेकिन ग्राउंड को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है जिससे हमें परेशानी होगी. पिछले बार फिजिकल में आठ महीने का समय मिला था. वहीं इस बार 45 दिन का टाइम मिला है. इस कारण हम सभी को प्रैक्टिस करने में परेशानी होगी."- रोहित कुमार
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आपको बता दें कि राजधानी पटना के गांधी मैदान में हजारों की संख्या में छात्र आगामी 28 जनवरी को होने वाले बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा की फिजिकल टेस्ट की तैयारियों में जुटे हुए हैं. ऐसे में छात्रों ने बिहार सरकार के फैसले (Bihar Government Decision To Close All Parks And Zoo) को गलत ठहराते हुए कहा कि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार समाज सुधार जनसभा को संबोधित कर रहे हैं, जहां पर हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो रहे हैं. जनसभा और रैलियों में जुटने से करोना का संक्रमण नहीं बढ़ता है. लेकिन ग्राउंड में प्रैक्टिस करने के लिए आने से करोना का संक्रमण बढ़ जाता है.
"रिटेन टेस्ट हमारा हो चुका है. ग्राउंड बंद होने से हमें काफी परेशानी होगी. नौकरी पाने के लिए हम कड़ी मेहनत करते हैं. लेकिन सरकार के इस फैसले का असर हमारे फिजिकल टेस्ट पर पड़ेगा."- पंकज
अभ्यर्थियों का कहना है कि, प्रैक्टिस के लिए निजी ग्राउंड की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा नहीं की गई है. अंततः उन्हें गांधी मैदान जैसे ग्राउंड का सहारा लेना पड़ता है. वहीं कम दिनों में फिजिकल एक्जाम की तैयारी करवाने वाले ट्रेनर मोनू रंजन की मानें तो कम दिनों के अंदर कैसे तैयारी करनी है इसपर फोकस करने की जरूरत है.
"पार्क अगर बंद हो जाता है तो प्रैक्टिस के लिए अभ्यर्थियों को मजबूरन सड़कों पर ही दौड़ना होगा, जिससे उनके पैर खराब हो सकते हैं. हार्ड सरफेस पर कभी भी रनिंग नहीं करना चाहिए. समय काफी कम बचा हुआ है जिससे छात्रों को स्लो फास्ट रनिंग करने की जरूरत है. मल्टी टास्किंग करने की जरूरत है. पहले रिटेन और फिजिकल के बीच में काफी समय मिलता था, जिससे बच्चों को तैयारी करने में आसानी होती थी. परंतु इस बार महज 45 से 50 दिनों का समय मिला है."- मोनू रंजन, ट्रेनर
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