पटना: एमएसएमई सेक्टर को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज किये गये घोषणाओं का कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने स्वागत किया है. कैट के बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि वित्त मंत्री ने बाजार को पैसे की तरलता से भर देने का आश्वासन ही नहीं दिया बल्कि एमएसएमई सेक्टर के लिए मजबूत योजनाएं घोषित की हैं.
अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि कोरोना के कारण देश की बिगड़ती हुई अर्थव्यवस्था को कोमा में जाने से पहले ही आर्थिक पैकेज का स्ट्राइड इंजेक्शन सरकार ने लगा दिया है. आज की घोषणाओं से मृत्यु शैया पर जाने से पहले ही अर्थव्यवस्था खड़ी हो जाएगी और अर्थव्यवस्था पटरी पर आकर तेजी से दौड़ने लगेगी. कैट बिहार के चेयरमैन कमल नोपानी, महासचिव डा.रमेश गांधी व कोषाध्यक्ष अरूण कुमार गुप्ता ने कहा कि आज वित्त मंत्री द्वारा की गई घोषणाओं से यह निश्चित है कि इसी तर्ज पर वित्त मंत्री अब रिटेल व्यापार के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करेंगी.
एमएसएमई के लिये बड़ी घोषणा
देश में 7 करोड़ व्यापारी हैं जो लगभग 40 करोड़ लोगों को रोजगार देते हैं और वर्तमान लॉकडाउन से सबसे ज्यादा यही व्यापारी प्रभावित हुए हैं. सभी अब वित्त मंत्री की ओर देख रहे हैं. कैट महानगर अध्यक्ष प्रिंस कुमार राजू व सचिव संजय बर्णवाल ने कहा कि जिस तरीके से अर्थव्यवस्था के सभी स्तंभों को प्रोत्साहित किया है और वित्तीय सहायता देने की घोषणा की गई है इससे बाजारों में पैसे की तरलता बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी.
सरकार का क्रांतिकारी कदम
सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों को 45 दिनों के अंदर सारे बिलों का भुगतान करवाना, बैंकों द्वारा अतिरिक्त कर्ज बगैर कॉलेटरल सिक्योरिटी के उपलब्ध कराना तथा ई टेंडरिंग 200 करोड़ रुपए तक की स्थानीय लोगों को मिलने का प्रावधान करना, ई मार्केट के माध्यम से विदेशों में एग्जीबिशन प्रदर्शनी में हिस्सा करना स्पष्ट रूप से बताता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अपने संबोधन में जो कहा था उसी के अनुरूप सारे निर्णय हो रहे हैं. बाजार में अलग-अलग नाम से पैसों की तरलता लाने की जो बात कही है, यह भी अपने आप में एक क्रांतिकारी कदम है.
घोषणाओं से बाजार में आयेगी तरलता
कैट संरक्षक शशि शेखर रस्तोगी व टी आर गांधी ने कहा कि एनबीएफसी, हाउसिंग फाइनेंस कंपनी और माइक्रो फाइनेंस कंपनी द्वारा कर्ज मुहैया कराने के लिए उनको आर्थिक रूप से मजबूत करने के माध्यम से बाजार में पैसा आएगा. टीडीएस की दरें घटाना, प्रोविडेंट फंड में पैसे की कटौती करवाना, सरकार द्वारा रिफंड में पैसे देना निश्चित रूप से पैसे की तरलता बाजार में लाएगी.
जीएसटी के लिये योजना
कैट ई कामर्स प्रभारी मुकेश नंदन ने कहा कि व्यापारियों को उम्मीद थी कि जीएसटी की कोई अभय योजना सरकार घोषित करेगी. 1 जुलाई 2017 से जो भी गलतियां या भुगतान की कमी जीएसटी में की गई हैं, उसका कोई समाधान कारक योजना घोषित होगी. ऐसी कोई योजना घोषित नहीं होने से व्यापारियों में मासूसी छा गई. कैट को उम्मीद है कि वित्त मंत्री द्वारा की जाने वाली आगामी घोषणाओं में यह अवश्य शामिल होंगे.