पटना: विवादों में रहे बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुराना बंगला 5 देशरत्न मार्ग एक बार फिर से चर्चा में है. भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी यादव पर लगे फिजूखर्ची के आरोपों को नकार दिया है. विभाग ने जांच में ये पाया कि बंगले में कोई भी अनावश्यक खर्च नहीं किया गया है.
दरअसल, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया था कि वे अपने उपमुख्यमंत्री कार्यकाल में पांच देशरत्न मार्ग बंगले में हाई लेवल की सजावट और कई प्रकार के फिजूल खर्च किए थे. जिस पर सुशील मोदी ने भवन निर्माण से यह मांग की थी कि इस भवन की जांच की जाए.
भवन मंत्री ने आरोपों को बताया निराधार
सुशील मोदी के इस मांग पर भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने इस बंगले की जांच की. उन्होंने कहा कि पांच देशरत्न मार्ग बंगले की संपूर्ण जांच हो चुकी है. इस बंगले में कोई भी ऐसी फिजूल खर्च नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री सुमो ने जो भी आरोप लगाए थे, इस बंगले में फिजूलखर्च को लेकर वे सब बेबुनियाद हैं.
विपक्ष हुआ हमलावर
भवन निर्माण के इस बयान के बाद से विपक्ष सरकार पर और भी हमलावर हो गया है. विपक्ष के मुताबिक जो भी आरोप सुशील मोदी ने तेजस्वी पर लगाए थे, वो निराधार निकला. अब ऐसे में सुमो क्या कहेंगे.
- पांच देशरत्न मार्ग बंगले में पहले तेजस्वी यादव रहते थे.
- तेजस्वी से बंगला खाली कराने को लेकर काफी विवाद हुआ.
- उपमुख्यमंत्री के तौर पर सुशील मोदी ने बंगले में प्रवेश किया.
- सुमो ने तेजस्वी पर बंगले में जरूरत से ज्यादा खर्च करने का आरोप लगाया.
- भवन निर्माण मंत्री ने की जांच.
- सुशील मोदी के आरोप हुए फेल
28 को विधानमंडल की बैठक
आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से तेजस्वी यादव बिहार से नदारद हैं. महागठबंधन के सभी सदस्य बल्कि उनकी अपनी पार्टी के नेता भी उन्हें बेसब्री से खोज रहे हैं. 28 जून से बिहार विधानमंडल का सत्र भी शुरू होने वाला है. लेकिन तेजस्वी यादव की अब तक कोई खोज खबर नहीं है.