पटनाः वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट बिहार विधानमंडल में पेश किया. सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट जल-जीवन हरियाली के लिए भी इसमें प्रावधान किया गया है.
बिहार सरकार जल जीवन हरियाली अभियान को मिशन मोड में ले कर चल रही है. इस अभियान पर सरकार 1 हजार 567 करोड़ की राशि खर्च करने वाली है. इस साल चुनावी साल भी है, ऐसे में बजट में जल जीवन हरियाली अभियान की छाप साफ देखने को मिली है. सीएम नीतीश कुमार जल-जीवन हरियाली यात्रा भी निकाल चुके हैं. इस अभियान की शुरुआत सीएम नीतीश ने पिछले साल की है. सरकार ने शिक्षा कृषि और स्वास्थ्य के साथ मुख्य रूप से जल जीवन हरियाली पर फोकस किया है.
बता दें कि जल जीवन हरियाली अभियान को नीतीश सरकार एक बड़ा अभियान ले कर चल रही है. वहीं, सरकार ने इस ग्रीन बजट के रूप में बिहार को एक दिशा भी देने की कोशिश की है. वहीं, देश का ध्यान जलवायु परिवर्तन को लेकर आकृष्ट करना है. बता दें कि इस साल बिहार में चुनाव हैं ऐसे में नीतीश सरकार ने अपने चुनावी बजट में बजट का आकार बढ़ाया है. जल जीवन हरियाली अभियान की झलक के साथ लोकलुभावन बजट को भी पेश किया है.
जल जीवन हरियाली पर सरकार को घेर रहा विपक्ष
हालांकि आरजेडी विधायक राजेंद्र राम जल जीवन हरियाली पर सरकार को घेर चुके हैं. उन्होंने नीतीश सरकार से मनरेगा के तहत लगाए गए पेड़ों का हिसाब मांगा है. उनका कहना है कि अगर सरकार से इस पर स्थिति स्पष्ट करे तो एक बड़ा घोटाला सामने आयेगा. रजेडी विधायक ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि वो जल-जीवन हरियाली के पक्षधर हैं.सीएम नीतीश के महत्वकांक्षी योजना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इससे पहले सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए.