पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) के आलमगंज थाना क्षेत्र के भद्रघाट गंगा घाट पर बालू लदी नाव गंगा में पलट गई. इस नाव पर सवार 18 लोग डूब गये. NDRF की टीम ने 15 लोगों को बचा लिया. तीन की तलाश जारी है.
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पुलिस मामले की जांच में जुटी
गौरतलब है कि गंगा में नाव का परिचालन बन्द होने के बाबजूद धड़ल्ले से बालू का अवैध खनन हो रहा है. कई हादसे होने के बाद भी नाव का परिचालन बन्द नहीं हुआ है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
लगातार हो रहा अवैध बालू खनन
बिहार में इन दिनों बालू का काला खेल काफी फल-फूल रहा है. गंगा नदी में सैकड़ों नाव लगातार अवैध बालू खनन में लगी हुई हैं. पटना में पुलिस की नाक के नीचे रेत माफिया गंगा घाटों पर अवैध बालू का खनन कर रहे हैं.
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आपको बता दें कि सरकार भले ही लाख दावे क्यों न करे लेकिन बालू का अवैध खनन आज का मामला नहीं है. यह वर्षों से चला आ रहा है. इस अवैध कारोबार से बालू खनन माफिया मालामाल हो रहे हैं और सरकार को राजस्व का घाटा हो रहा है. यह मामला सिर्फ पटना का नहीं है. पटना के आसपास के नदियों से जुड़े अन्य जिलों में भी यही हाल है.
पुलिस की आंख के सामने होता है काला खेल
जिस तरह से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है, इसका सीधा असर पर्यावरण (Environment) और जलीय जीवों पर भी पड़ रहा है. बिहार सरकार (Bihar Government) और विभाग के मंत्री इस पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं. पटना के कई घाटों पर बालू से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली सड़क किनारे सजे रहते हैं. वे ग्राहकों का इंतजार करते रहते हैं.
अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी
अवैध खनन एवं परिवहन की रोकथाम के लिए प्रत्येक जिले में टास्क फोर्स (Task Force) गठित है. टास्क फोर्स द्वारा नियमित रूप से छापेमारी की जाती है. 2016-2017 के फरवरी 2017 तक 2968 छापेमारी की गई है. 2018 गिरफ्तारी की गई है और 1318.53 लाख रुपए अर्थ दंड के रूप में वसूल किए गए.
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