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पटना नाव हादसा: बालू से लदी नाव पलटी, 15 बचाये गये, 3 की तलाश जारी - बालू का काला खेल काफी फल-फूल रहा

आलमगंज थाना क्षेत्र के भद्रघाट पर बालू से लदी नाव गंगा में पलट गयी. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची NDRF की टीम ने 15 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया. 3 अब भी लापता हैं. उनकी तलाश की जा रही है.

PATNA
बालू से लदी नाव पलटी
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Published : Jun 16, 2021, 4:14 PM IST

पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) के आलमगंज थाना क्षेत्र के भद्रघाट गंगा घाट पर बालू लदी नाव गंगा में पलट गई. इस नाव पर सवार 18 लोग डूब गये. NDRF की टीम ने 15 लोगों को बचा लिया. तीन की तलाश जारी है.

ये भी पढ़ें...पटना सिटी: गंगा नदी में 11 लोग सहित बालू से लदी नाव पलटी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

पुलिस मामले की जांच में जुटी
गौरतलब है कि गंगा में नाव का परिचालन बन्द होने के बाबजूद धड़ल्ले से बालू का अवैध खनन हो रहा है. कई हादसे होने के बाद भी नाव का परिचालन बन्द नहीं हुआ है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

लगातार हो रहा अवैध बालू खनन
बिहार में इन दिनों बालू का काला खेल काफी फल-फूल रहा है. गंगा नदी में सैकड़ों नाव लगातार अवैध बालू खनन में लगी हुई हैं. पटना में पुलिस की नाक के नीचे रेत माफिया गंगा घाटों पर अवैध बालू का खनन कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें...बेगूसराय: बूढ़ी गंडक नदी में डूबने से युवक की मौत, मछली मारने गया था युवक

आपको बता दें कि सरकार भले ही लाख दावे क्यों न करे लेकिन बालू का अवैध खनन आज का मामला नहीं है. यह वर्षों से चला आ रहा है. इस अवैध कारोबार से बालू खनन माफिया मालामाल हो रहे हैं और सरकार को राजस्व का घाटा हो रहा है. यह मामला सिर्फ पटना का नहीं है. पटना के आसपास के नदियों से जुड़े अन्य जिलों में भी यही हाल है.

पुलिस की आंख के सामने होता है काला खेल
जिस तरह से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है, इसका सीधा असर पर्यावरण (Environment) और जलीय जीवों पर भी पड़ रहा है. बिहार सरकार (Bihar Government) और विभाग के मंत्री इस पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं. पटना के कई घाटों पर बालू से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली सड़क किनारे सजे रहते हैं. वे ग्राहकों का इंतजार करते रहते हैं.

अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी
अवैध खनन एवं परिवहन की रोकथाम के लिए प्रत्येक जिले में टास्क फोर्स (Task Force) गठित है. टास्क फोर्स द्वारा नियमित रूप से छापेमारी की जाती है. 2016-2017 के फरवरी 2017 तक 2968 छापेमारी की गई है. 2018 गिरफ्तारी की गई है और 1318.53 लाख रुपए अर्थ दंड के रूप में वसूल किए गए.

इसे भी पढ़ें: पटना: सोन नदी में नहाने के दौरान डूबने से युवक की मौत

ये भी पढ़ें: मुंगेर: गंगा का जलस्तर बढ़ने से खेतों में घुसा पानी, नाव चलाकर फसल बचाने में जुटे किसान

पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) के आलमगंज थाना क्षेत्र के भद्रघाट गंगा घाट पर बालू लदी नाव गंगा में पलट गई. इस नाव पर सवार 18 लोग डूब गये. NDRF की टीम ने 15 लोगों को बचा लिया. तीन की तलाश जारी है.

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पुलिस मामले की जांच में जुटी
गौरतलब है कि गंगा में नाव का परिचालन बन्द होने के बाबजूद धड़ल्ले से बालू का अवैध खनन हो रहा है. कई हादसे होने के बाद भी नाव का परिचालन बन्द नहीं हुआ है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

लगातार हो रहा अवैध बालू खनन
बिहार में इन दिनों बालू का काला खेल काफी फल-फूल रहा है. गंगा नदी में सैकड़ों नाव लगातार अवैध बालू खनन में लगी हुई हैं. पटना में पुलिस की नाक के नीचे रेत माफिया गंगा घाटों पर अवैध बालू का खनन कर रहे हैं.

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आपको बता दें कि सरकार भले ही लाख दावे क्यों न करे लेकिन बालू का अवैध खनन आज का मामला नहीं है. यह वर्षों से चला आ रहा है. इस अवैध कारोबार से बालू खनन माफिया मालामाल हो रहे हैं और सरकार को राजस्व का घाटा हो रहा है. यह मामला सिर्फ पटना का नहीं है. पटना के आसपास के नदियों से जुड़े अन्य जिलों में भी यही हाल है.

पुलिस की आंख के सामने होता है काला खेल
जिस तरह से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है, इसका सीधा असर पर्यावरण (Environment) और जलीय जीवों पर भी पड़ रहा है. बिहार सरकार (Bihar Government) और विभाग के मंत्री इस पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं. पटना के कई घाटों पर बालू से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली सड़क किनारे सजे रहते हैं. वे ग्राहकों का इंतजार करते रहते हैं.

अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी
अवैध खनन एवं परिवहन की रोकथाम के लिए प्रत्येक जिले में टास्क फोर्स (Task Force) गठित है. टास्क फोर्स द्वारा नियमित रूप से छापेमारी की जाती है. 2016-2017 के फरवरी 2017 तक 2968 छापेमारी की गई है. 2018 गिरफ्तारी की गई है और 1318.53 लाख रुपए अर्थ दंड के रूप में वसूल किए गए.

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