पटना: जदयू नेता प्रशांत किशोर के बयान से बिहार में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. बीजेपी ने पीके के बयान पर पलटवार किया है. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि प्रशांत किशोर जेडीयू में किस हैसियत से हैं, पहले यह तय होना चाहिए. पिछले दिनों पीके ने कुछ कहा था तो उन्हीं की पार्टी के महासचिव आरसीपी ने बयान दिया कि पीके पार्टी में निर्णय लेने की स्थिति में नहीं हैं. इसलिए पीके के बयान से बहुत फर्क नहीं पड़ता है.
पीके कर रहे माहौल खराब करने की कोशिश
अनिल शर्मा ने कहा कि अभी चुनाव में बहुत समय है. जब समय आएगा तो बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व और नीतीश कुमार बैठकर बात कर लेंगे. पीके अभी से बयान देकर माहौल खराब कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीके किस पार्टी में हैं, यो खुद उनको भी मालूम नहीं है. वो कभी ममता के लिए काम करेंगे तो कभी केजरीवाल के लिए. वो विशुद्ध रूप से बिजनेसमैन हैं. वो हर चुनाव में अपना बिजनेस देखते हैं. उनका कुछ भी कहना जेडीयू का अंतिम बयान नहीं है.
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क्या कहा था पीके ने
बता दें कि जेडीयू के उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने 2020 में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जेडीयू-बीजेपी के बीच सीट बंटवारे को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 2010 के विधानसभी चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच हुए सीटों के बंटवारे की तर्ज पर ही अगामी विस चुनाव में भी सीटों का बंटवारा हो और एलजेपी के लिए दोनों अपने-अपने कोटे से सीट छोड़े. बतां दे कि 2010 में जेडीयू 142 सीट पर जबकि बीजेपी 101 सीट पर चुनाव लड़ी थी.