पटना : बिहार बीजेपी में मिलन समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें एनसीपी के प्रदेश सचिव रहे शशि कुमार, इंजीनियर प्रफुल्ल पटेल सहित कई लोगों ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन किया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने उन सभी लोगों को सदस्यता दिलवाई. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश और लालू परिवार पर जमकर निशाना साधा.
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सम्राट चौधरी का नीतीश पर तंज : दरअसल, नीतीश को I.N.D.I.A गठबंधन का संयोजक बनाने की चर्चा चल रही है. ऐसे में जब पत्रकारों ने नीतीश से संयोजक को लेकर सवाल पूछा था तो उन्होंने कहा था कि उन्हें संयोजक नहीं बनना है. सम्राट चौधरी ने इसी जवाब को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आधार बनाकर उनपर तंज कसना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि 2019 में सीएम बनते वक्त भी नीतीश का तब ऐसा ही जवाब आया था. लेकिन वो बिहार का सीएम भी बने. इसी आधार पर सम्राट चौधरी ने नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश जी ऐसा कैरेक्टर के पॉलिटीशियन हैं जिसे वो 'नहीं' कहते हैं, वह उन्हे जरूर चाहिए होता है.
'पीएम की कुर्सी के लालच में लालू के पास गए नीतीश' : सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार कहते हैं कि पिछली बार वह मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे. प्रधानमंत्री के कहने पर वह बिहार के मुख्यमंत्री बने. तो उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए कि अब वह लालू प्रसाद यादव के साथ गए हैं, वह किसके कहने पर गए हैं? क्या बिहार की जनता से उन्होंने कोई राय मशवरा किया था? निश्चित तौर पर कुर्सी के लालच में वह वहां गए हैं.
नीतीश को सम्राट का 'कुटिया चैलेंज' : बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि उनके मन में था कि वह देश के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार बनेंगे. वह भी पूरा नहीं हुआ अब तो मुख्यमंत्री जी को विचार करना चाहिए. अब उन्हें नालंदा चल जाना चाहिए और वहां कुटिया बनाकर विश्राम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जो सोच लेकर लालू जी के साथ गए थे, वह अब पूरा नहीं होगा. यह सब कुछ साफ हो गया है.
''नीतीश जी अगर पीएम नहीं बनना चाहते हैं तो हम उन्हें कल्याण बीघा में एक छोटी सी कुटिया देते हैं. कब शिफ्ट करेंगे वो सिर्फ तारीख बताएं. नीतीश जी अगर आप पीएम नहीं बनना चाहते तो हम सब मिलकर आपको कल्याण बीघा में कुटिया देते हैं आप उसी कुटिया में जाकर आराम करिए.'' - सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
लालू यादव पर सम्राट का निशाना : सम्राट चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि आज राजद के लोग आरक्षण की बात कर रहे हैं, उन्हें यह बताना चाहिए कि उन्होंने आरक्षण किसको दिया? सबसे पहले लालू प्रसाद यादव ने अपनी पत्नी को आरक्षण देकर मुख्यमंत्री बनाया. दूसरी बार जब वह आरक्षण दिए तो अपने बेटे को राजनीति में लाये और उप मुख्यमंत्री बनाया. आप समझ लीजिए कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी कैसी पार्टी है? जो अपने ही परिवार को सिर्फ आरक्षण देने का काम करती है, उन्हें आम जनता से कोई मतलब नहीं है.
''लालू प्रसाद यादव ने अपने परिवार के लोगों को ही आरक्षण देकर आगे बढ़ने का काम किया है. पहले पत्नी को आरक्षण दिया, फिर बेटा को आरक्षण दिया. बेटी को आरक्षण दिया, अब अगला आरक्षण वह अपने दूसरे बेटी को देने जा रहे हैं. आप समझ लीजिए कि वह किस तरह की राजनीति कर रहे हैं और किस तरह से आरक्षण को परिभाषित करने का काम लालू यादव का परिवार कर रहा है.''- सम्राट चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष, बिहार
'नरेंद्र मोदी ने पिछड़ों के लिए आयोग बनाया' : सम्राट चौधरी ने कहा कि पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज के लिए अगर कोई किसी ने किया तो वह नरेंद्र मोदी ने किया है. पिछड़ा आयोग का गठन भी नरेंद्र मोदी के शासनकाल में हुआ है. तो जो पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज की हक को देने का काम पूरे देश में किया है तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, भाजपा के लोग हैं. इसीलिए, आरक्षण को लेकर जो बात वह लोग कर रहे हैं, वह कहीं से भी ठीक नहीं है.
1977 में आजादी वाले बयान पर सम्राट की सफाई : जब मीडियाकर्मियों ने पूछा कि आपने कल कहा था कि देश 1977 में आजाद हुआ तो उन्होंने इसपर सफाई देते हुए कहा कि हमारे बातों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी भी नहीं समझ पाए. 1947 में हमारा देश आजाद हुआ और उसके बाद लगातार कांग्रेस ने शासन किया और कांग्रेस के शासन को भी हम उसी से जोड़कर देखते हैं. जब जयप्रकाश नारायण ने आंदोलन किया तब कांग्रेस के शासन से हमें मुक्ति मिली. यही बात हमने कहा था. उसको लेकर तरह-तरह की बात यहां सत्ता में बैठे लोग कर रहे हैं. जो कहीं से भी उचित नहीं है.