पटनाः विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए मुंबई में तीसरी बैठक संपन्न हो चुकी है. बैठक में कई मुद्दों पर नेताओं के बीच सहमति बनी और कमेटी का गठन किया गया. कमेटी में तमाम 28 विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है. उधर बिहार प्रदेश भाजपा ने कमेटी के स्वरूप और विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं.
विपक्षी गठबंधन की कमेटी पर बीजेपी का सवालः खड़े भाजपा ने भी विपक्षी एकता को लेकर गठित कमेटी पर सवाल खड़े किए हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि घमंडी गठबंधन ने जो कमेटी गठित की है, उससे साफ हो गया है कि तमाम पक्षी दलों का लक्ष्य एक ही है. खुद को भ्रष्टाचार से कैसे बचाया जाए. सम्राट चौधरी ने कहा कि कुनबे में तमाम ऐसे दल भरे पड़े हैं जो परिवारवाद की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहे हैं. तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव और हेमंत सोरेन इसके उदाहरण हैं.
"ये घमंडिया गठबंधन है, जो कमेटी बनी है उसमें सब लोग सिर्फ अपने परिवार की चिंता में लगे हैं. खुद को भ्रष्टाचार से बचाने के लिए ये सब हो रहा है. ये सभी लोग परिवारवाद की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं"- सम्राट चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
कार्य संचालन के लिए बनाई गई कमेटीः आपको बता दें कि विपक्षी एकता को धार देने के लिए अब तक तीन बैठक के हो चुकी है, संयोजक पद के लिए तो अब तक सहमति नहीं बनी है लेकिन कार्य संचालन के लिए कमेटी का गठन किया गया है. विपक्षी एकता को लेकर सीट शेयरिंग और अन्य तमाम मुद्दों को सुलझाने के लिए ये कमेटी गठित की गई है. कमेटी में ललन सिंह तेजस्वी यादव हेमंत सोरेन को जगह दी गई है. कमेटी में कुल 13 लोगों को शामिल किया गया है.