पटना: बिहार में धरना-प्रदर्शन और आंदोलन पर सरकार द्वारा आदेश जारी किए गए हैं. आदेश में कहा गया है कि जो नियम के विरुद्ध आंदोलन करेंगे उन्हें सरकारी नौकरी या ठेकेदारी नहीं दी जाएगी. इसे लेकर राजद ने सवाल खड़े किए हैं. तेजस्वी ने नीतीश सरकार के आदेश को तानाशाही बताया है.
कानून के दायरे में रहकर लोग करें प्रदर्शन
धरना-प्रदर्शन और आंदोलन को लेकर सरकार की तरफ से आदेश दिया गया है. आदेश में सरकार ने कानून का उल्लंघन करने वालों के साथ सख्ती बरतने का फैसला लिया है. सरकार के फैसले पर राजद ने सवाल खड़े किए हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का आरोप लगाया है.
तेजस्वी के आरोप पर भाजपा की ओर से पलटवार किया गया है. भाजपा प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा "सरकार के आदेश में कोई बुराई नहीं है. लोग नियम और कानून के दायरे में रहकर प्रदर्शन कर सकते हैं. धरना-प्रदर्शन और आंदोलन पर सरकार का आदेश कानून सम्मत है."
"तेजस्वी यादव को लोकतांत्रिक मूल्यों पर बात करने का नैतिक अधिकार नहीं है. राजद पर उनके पूरे परिवार का कब्जा है. लालू यादव आज तक अध्यक्ष बने हुए हैं. उनकी अपनी पार्टी के अंदर लोकतंत्र कहां है?"- संजय टाइगर, भाजपा प्रवक्ता