पटना: कांग्रेस लगातार पेगासस सॉफ्टवेयर (Pegasus Software) मामले पर राहुल गांधी की फोन टैपिंग (Rahul Gandhi Phone Tapping) का आरोप लगा रही है. इस मुद्दे को लेकर आज राजभवन मार्च (Raj Bhavan March) निकाला गया. इस दौरान कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा. अब बीजेपी ने इस पर हमला किया है. बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल (Prem Ranjan Patel) ने कहा कि कांग्रस बेबुनियाद आरोप लगा रही है इसका कोई प्रमाण नहीं है.
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फोन टैपिंग कांड को लेकर बिहार में भी सियासत (Bihar Politics) शुरू है. बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के नेतृत्व में राजभवन मार्च पर बीजेपी ने निशाना साधा है. दरअसल कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार ने इजरायली स्पाई सॉफ्टवेयर पेगासस के माध्यम से देश के सम्मानित जजों और सम्मानित पदों पर बैठे व्यक्तियों की, संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों की, खुद के मंत्रियों की, विपक्ष के नेताओं की और पत्रकार, वकीलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी करवा रही है.
'कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है. कोई तथ्य और प्रमाण नहीं है बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. कांग्रेस को अपने समय का याद करना चाहिए किस प्रकार से फोन टेपिंग कराते थे. किस प्रकार से जासूसी करवाते थे. बड़े-बड़े नेताओं की हर गतिविधियों पर नजर रखते थे. कांग्रेस को लगता है कि जो हमने काम किया है वही काम यह सरकार भी कर रही है. लेकिन बीजेपी की सरकार सुचिता वाली सरकार है. हमारी सरकार सभी पार्टियों के साथ समान व्यवहार करती है.'- प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता
दरअसल फोन टैपिंग मामले (Pegasus Phone Tapping Case) को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसी नेताओं ने राजभवन मार्च निकाला. मार्च के दौरान कांग्रेसी नेताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई. इस दौरान कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफा की मांग भी की. कांग्रेस पार्टी के 6 नेता राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा.