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बिहार में अग्निपथ योजना पर भड़की हिंसा पर बोली BJP- 'भ्रम ना फैलाएं तेजस्वी' - etv news

'विश्व में बदलती युद्ध की रणनीति को देखते हुए भारत सरकार अग्निपथ योजना लेकर आई. इसकी सराहना करना चाहिए. अब लड़ाई सिर्फ बॉर्डर पर नहीं हो रही है बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी छद्म युद्ध लड़ा जा रहा है. ऐसी लड़ाई लड़ने के लिए ये योजना कारगर है. विश्व के अनेक देश ऐसी योजना बनाकर भर्तियां की जा रहीं हैं. आज इजराइल इसी तरह की योजना के सहारे विरोधियों से लड़ रहा है. यूक्रेन इसी के सहारे रूस जैसी महाशक्ति को इतने दिनों से रोके हुए है. भारत के युवाओं को भी इस बात को समझना चाहिए. अग्निपथ योजना में 4 साल बाद लौटने के बाद भी हमारे बच्चे बैठे नहीं रहेंगे. उनको अर्ध सैनिक बलों में प्राथमिकता मिलेगी. तेजस्वी जनता को भरमाए नहीं, भड़काएं नहीं'

बिहार में अग्निपथ योजना पर भड़की हिंसा पर बोली BJP
बिहार में अग्निपथ योजना पर भड़की हिंसा पर बोली BJP
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Published : Jun 16, 2022, 2:40 PM IST

पटना : अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में बवाल (Ruckus in Bihar over Agneepath scheme) है राजनीतिक दल जहां एक ओर योजना को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ छात्र उग्र आंदोलन कर रहे हैं. राजद की ओर से योजना पर सवाल खड़े किए गए तो भाजपा की ओर से भी पलटवार किया गया. बीजेपी ने कहा कि अग्निपथ योजना देश के लिए जरूरी है. युवाओं में भ्रम फैलाकर प्रदर्शन के जरिए जगह जगह ट्रेनें रोकी जा रही हैं. इससे आवागमन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.

ये भी पढ़ें- VIDEO: अग्निपथ स्कीम के विरोध में छपरा में प्रदर्शन, अभ्यर्थियों ने ट्रेन में लगायी आग


सेना का मनोबल गिरा रहे तेजस्वी: दरअसल, अग्निपथ योजना को लेकर राजद की ओर से सवाल खड़े किए गए हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने योजना को ही कटघरे में खड़ा किया और कहा कि योजना से छात्रों का हित होने वाला नहीं है. भाजपा प्रवक्ता डॉ राम सागर सिंह ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अग्निपथ योजना की आलोचना के क्रम में सेना भर्ती प्रक्रियाओं में भ्रष्टाचार, जातिवाद और क्षेत्रवाद का आरोप लगाकर जाने अंजाने में सैनिकों का मनोबल गिराने का काम कर रहे हैं. ये योजना रक्षा विभाग के सैनिक अधिकारियों के द्वारा अपनी जरूरत के अनुसार तैयार की गई योजना है न कि भाजपा की योजना है.

चार साल के रिटायरमेंट के बाद समाज को अनुशासित, स्किल्ड युवा मिलेंगे. हरेक ब्लॉक में आज स्किल्ड प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, मोटर मैकेनिक, आईटी प्रोफेशनल की कमी है, इस योजना के बाद कमी नहीं रहेगी. समाज को अनुशासित, सेवा भाव और स्किल्ड लोग मिलेंगे.

''विश्व में बदलती युद्ध की रणनीति को देखते हुए भारत सरकार अग्निपथ योजना लेकर आई. इसकी सराहना करना चाहिए. अब लड़ाई सिर्फ बॉर्डर पर नहीं हो रही है बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी छद्म युद्ध लड़ा जा रहा है. ऐसी लड़ाई लड़ने के लिए ये योजना कारगर है. विश्व के अनेक देश ऐसी योजना बनाकर भर्तियां की जा रहीं हैं. आज इजराइल इसी तरह की योजना के सहारे विरोधियों से लड़ रहा है. यूक्रेन इसी के सहारे रूस जैसी महाशक्ति को इतने दिनों से रोके हुए है. भारत के युवाओं को भी इस बात को समझना चाहिए. अग्निपथ योजना में 4 साल बाद लौटने के बाद भी हमारे बच्चे बैठे नहीं रहेंगे. उनको अर्ध सैनिक बलों में प्राथमिकता मिलेगी. तेजस्वी जनता को भरमाए नहीं, भड़काएं नहीं''- डॉ राम सागर सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

तेजस्वी ने ट्वीट कर केंद्र को घेरा: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना पर अब राष्ट्रीय जनता दल ने वार किया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader Of Opposition Tejashwi Yadav) ने बुधवार को ट्वीट किया कि ''अगर देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं भारतीय रेलवे व सेना में भी नौकरियां ठेके एवं सिविल शिक्षा में लेटरल एंट्री के नाम पर दी जाने लगेंगे तो युवा क्या करेंगे ? उन्होंने यह भी लिखा कि क्या युवा पढ़ाई और 4 वर्षों की संविदा नौकरी भविष्य में बीजेपी के पूंजीपति मित्रों के व्यवसायिक ठिकानों की रखवाली के लिए करेंगे!''

  • अगर देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं “भारतीय रेलवे व सेना” में भी नौकरियाँ ठेके एवं सिविल सेवा में लेटरल एंट्री के नाम पर दी जाने लगेंगी तो युवा क्या करेंगे?

    क्या युवा पढ़ाई और 4 वर्षों की संविदा नौकरी भविष्य में BJP के पूँजीपति मित्रों के व्यावसायिक ठिकानों की रखवाली के लिए करेंगे?

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें -बिहार में 'अग्निपथ' पर बवाल, बक्सर में रेलवे ट्रैक पर उतरे युवा.. मुजफ्फरपुर में आगजनी

तेजस्वी ने आगे लिखा, ''ठेकेदारी प्रथा के तहत संविधान प्रदत्त आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है। रेलवे और लेटरल एंट्री में ऐसा ही हो रहा है. अग्निपथ योजना के तहत भाजपा और संघ अपने अनुषांगिक संगठनों के तंग विचारों एवं घृणा से लैस लोगों व Fringe elements को सरकारी खर्चे पर ट्रेनिंग दिलाने को आतुर है. अग्निपथ योजना के अंतर्गत शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर कम अवधि की अस्थायी सेवा की हुई एक बड़ी आबादी 22 वर्ष की आयु में बेरोजगार हो जाएगी. क्या इससे देश में क़ानून व्यवस्था संबंधित समस्या उत्पन्न नहीं होगी?''


क्या है अग्निपथ योजना : बता दें कि केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं में युवाओं की बड़ी संख्या भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है. जिसके तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी. चार साल की अवधि पूरी होने पर, 'अग्निवीर' अपनी पसंद की नौकरियों में अपना करियर बनाने के लिए कॉरपोरेट और उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में रोजगार के लिए अनुशासित, गतिशील, प्रेरित और कुशल कार्यबल के रूप में समाज में जाएंगे. सरकार ने यह कदम सैलरी व पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है. जबकि इस योजना से नाराज छात्रों का कहना है कि यह योजना उनके भविष्य को बर्बाद कर देगी.

ये है अग्निवीर बनने की योग्यता: बताया गया है कि अग्निपथ योजना के तहत, पुरुष और महिला (सेवा की जरूरत होने पर शामिल की जाएंगी) दोनों को अग्निवीर बनने का मौका दिया जाएगा. 17.5 साल से लेकर 21 साल तक के युवा इस सेवा में शामिल होने के लिए योग्य माने जाएं. वर्तमान में सेना के जो मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड हैं वही मान्य होंगे. 10वीं और 12वीं पास कर चुके युवा (सैन्य बलों की नियम और शर्तों के अनुसार) अग्निवीर बन सकते हैं. अग्निपथ योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा.

ऐसे किया जाएगा वेतन का भुगतानः भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुवात की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है.

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पटना : अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में बवाल (Ruckus in Bihar over Agneepath scheme) है राजनीतिक दल जहां एक ओर योजना को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ छात्र उग्र आंदोलन कर रहे हैं. राजद की ओर से योजना पर सवाल खड़े किए गए तो भाजपा की ओर से भी पलटवार किया गया. बीजेपी ने कहा कि अग्निपथ योजना देश के लिए जरूरी है. युवाओं में भ्रम फैलाकर प्रदर्शन के जरिए जगह जगह ट्रेनें रोकी जा रही हैं. इससे आवागमन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.

ये भी पढ़ें- VIDEO: अग्निपथ स्कीम के विरोध में छपरा में प्रदर्शन, अभ्यर्थियों ने ट्रेन में लगायी आग


सेना का मनोबल गिरा रहे तेजस्वी: दरअसल, अग्निपथ योजना को लेकर राजद की ओर से सवाल खड़े किए गए हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने योजना को ही कटघरे में खड़ा किया और कहा कि योजना से छात्रों का हित होने वाला नहीं है. भाजपा प्रवक्ता डॉ राम सागर सिंह ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अग्निपथ योजना की आलोचना के क्रम में सेना भर्ती प्रक्रियाओं में भ्रष्टाचार, जातिवाद और क्षेत्रवाद का आरोप लगाकर जाने अंजाने में सैनिकों का मनोबल गिराने का काम कर रहे हैं. ये योजना रक्षा विभाग के सैनिक अधिकारियों के द्वारा अपनी जरूरत के अनुसार तैयार की गई योजना है न कि भाजपा की योजना है.

चार साल के रिटायरमेंट के बाद समाज को अनुशासित, स्किल्ड युवा मिलेंगे. हरेक ब्लॉक में आज स्किल्ड प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, मोटर मैकेनिक, आईटी प्रोफेशनल की कमी है, इस योजना के बाद कमी नहीं रहेगी. समाज को अनुशासित, सेवा भाव और स्किल्ड लोग मिलेंगे.

''विश्व में बदलती युद्ध की रणनीति को देखते हुए भारत सरकार अग्निपथ योजना लेकर आई. इसकी सराहना करना चाहिए. अब लड़ाई सिर्फ बॉर्डर पर नहीं हो रही है बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी छद्म युद्ध लड़ा जा रहा है. ऐसी लड़ाई लड़ने के लिए ये योजना कारगर है. विश्व के अनेक देश ऐसी योजना बनाकर भर्तियां की जा रहीं हैं. आज इजराइल इसी तरह की योजना के सहारे विरोधियों से लड़ रहा है. यूक्रेन इसी के सहारे रूस जैसी महाशक्ति को इतने दिनों से रोके हुए है. भारत के युवाओं को भी इस बात को समझना चाहिए. अग्निपथ योजना में 4 साल बाद लौटने के बाद भी हमारे बच्चे बैठे नहीं रहेंगे. उनको अर्ध सैनिक बलों में प्राथमिकता मिलेगी. तेजस्वी जनता को भरमाए नहीं, भड़काएं नहीं''- डॉ राम सागर सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

तेजस्वी ने ट्वीट कर केंद्र को घेरा: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना पर अब राष्ट्रीय जनता दल ने वार किया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader Of Opposition Tejashwi Yadav) ने बुधवार को ट्वीट किया कि ''अगर देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं भारतीय रेलवे व सेना में भी नौकरियां ठेके एवं सिविल शिक्षा में लेटरल एंट्री के नाम पर दी जाने लगेंगे तो युवा क्या करेंगे ? उन्होंने यह भी लिखा कि क्या युवा पढ़ाई और 4 वर्षों की संविदा नौकरी भविष्य में बीजेपी के पूंजीपति मित्रों के व्यवसायिक ठिकानों की रखवाली के लिए करेंगे!''

  • अगर देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं “भारतीय रेलवे व सेना” में भी नौकरियाँ ठेके एवं सिविल सेवा में लेटरल एंट्री के नाम पर दी जाने लगेंगी तो युवा क्या करेंगे?

    क्या युवा पढ़ाई और 4 वर्षों की संविदा नौकरी भविष्य में BJP के पूँजीपति मित्रों के व्यावसायिक ठिकानों की रखवाली के लिए करेंगे?

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें -बिहार में 'अग्निपथ' पर बवाल, बक्सर में रेलवे ट्रैक पर उतरे युवा.. मुजफ्फरपुर में आगजनी

तेजस्वी ने आगे लिखा, ''ठेकेदारी प्रथा के तहत संविधान प्रदत्त आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है। रेलवे और लेटरल एंट्री में ऐसा ही हो रहा है. अग्निपथ योजना के तहत भाजपा और संघ अपने अनुषांगिक संगठनों के तंग विचारों एवं घृणा से लैस लोगों व Fringe elements को सरकारी खर्चे पर ट्रेनिंग दिलाने को आतुर है. अग्निपथ योजना के अंतर्गत शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर कम अवधि की अस्थायी सेवा की हुई एक बड़ी आबादी 22 वर्ष की आयु में बेरोजगार हो जाएगी. क्या इससे देश में क़ानून व्यवस्था संबंधित समस्या उत्पन्न नहीं होगी?''


क्या है अग्निपथ योजना : बता दें कि केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं में युवाओं की बड़ी संख्या भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है. जिसके तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी. चार साल की अवधि पूरी होने पर, 'अग्निवीर' अपनी पसंद की नौकरियों में अपना करियर बनाने के लिए कॉरपोरेट और उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में रोजगार के लिए अनुशासित, गतिशील, प्रेरित और कुशल कार्यबल के रूप में समाज में जाएंगे. सरकार ने यह कदम सैलरी व पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है. जबकि इस योजना से नाराज छात्रों का कहना है कि यह योजना उनके भविष्य को बर्बाद कर देगी.

ये है अग्निवीर बनने की योग्यता: बताया गया है कि अग्निपथ योजना के तहत, पुरुष और महिला (सेवा की जरूरत होने पर शामिल की जाएंगी) दोनों को अग्निवीर बनने का मौका दिया जाएगा. 17.5 साल से लेकर 21 साल तक के युवा इस सेवा में शामिल होने के लिए योग्य माने जाएं. वर्तमान में सेना के जो मेडिकल और फिजिकल स्टैंडर्ड हैं वही मान्य होंगे. 10वीं और 12वीं पास कर चुके युवा (सैन्य बलों की नियम और शर्तों के अनुसार) अग्निवीर बन सकते हैं. अग्निपथ योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा.

ऐसे किया जाएगा वेतन का भुगतानः भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुवात की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है.

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