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भाजपा ने तेज प्रताप का किया स्वागत, कहा- अगर हमारी नीतियों पर हो भरोसा तो आएं हमारे साथ - etv bharat bihar

तेज प्रताप यादव ने तारापुर से उम्मीदवार संजय यादव को खड़ा किया था. उसके बाद तेजस्वी यादव ने उन्हें अपने साथ मिला लिया. अब तेज प्रताप यादव को लेकर सियासत तेज हो गई है. भाजपा ने तो इतना कह दिया कि अगर भाजपा पर भरोसा है तो हम उनका स्वागत करते हैं. पढ़ें रिपोर्ट...

पटना
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Published : Oct 10, 2021, 7:59 PM IST

पटना: तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) पार्टी और परिवार में हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. तेज प्रताप ने तारापुर (Tarapur) से उम्मीदवार खड़े किए थे लेकिन उसे भी तेजस्वी ने अपने पाले में मिला लिया. इसके बाद तेज प्रताप यादव का गुस्सा सातवें आसमान पर आ गया है. इधर भाजपा (BJP) तेज प्रताप यादव के जख्मों पर मरहम लगाने में जुटी है.

यह भी पढ़ें- तेज प्रताप की राजनीतिक वजूद को बचाने की कवायद, जनशक्ति यात्रा से करेंगे शक्ति प्रदर्शन

लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पार्टी और परिवार में अलग-थलग पड़ते जा रहे हैं. तेज प्रताप यादव ने तारापुर से संजय यादव को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन शाम होते-होते तेजस्वी ने संजय यादव को अपना बना लिया. तेज प्रताप ने तेजस्वी को जमकर खरी-खोटी सुनाई. इधर भाजपा तेज प्रताप यादव के बचाव में उतर आई है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि तेज प्रताप के साथ अन्याय हो रहा है और पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी रहेगी.

देखें वीडियो

'तेज प्रताप यादव बड़े नेता हैं. उनकी पार्टी में उपेक्षा हो रही है. तेज प्रताप यादव को न्याय मिले, इसके लिए हम लोग आवाज उठाते रहेंगे. अगर तेज प्रताप यादव को भाजपा की नीतियों में भरोसा हो तो हम उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं.' -अरविंद सिंह, भाजपा प्रवक्ता

आपको बता दें कि तेज प्रताप यादव ने बिहार उपचुनाव में तारापुर सीट से छात्र जनशक्ति परिषद के मुंगेर प्रमंडल के अध्यक्ष संजय कुमार को निर्दलीय उतारा था. शुक्रवार को तारापुर विधानसभा के असरगंज माछिडीह के रहने वाले कांग्रेस से तारापुर विधानसभा चुनाव लड़ चुके संजय कुमार ने अनुमंडल कार्यालय परिसर में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल किया था. तेज प्रताप यादव अपने प्रत्याशी का प्रचार भी करने वाले थे. लेकिन उसके पहले ही तेजस्वी ने उन्हें झटका दे दिया है.

बता दें कि बिहार की कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दल लगे हैं. महागठबंधन टूटने के बाद कांग्रेस और राजद के रास्ते अलग हो गये और दोनों पार्टियों ने अपने अलग-अलग उम्मीदवार उतार दिये. हालांकि एनडीए गठबंधन की तरफ से दोनों सीटों पर जदयू के प्रत्याशी मैदान में हैं. वहीं, लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप ने निर्दलीय उम्मीदवार संजय यादव को तारापुर से उतारकर उपचुनाव को काफी रोचक बना दिया था. लेकिन ऐन मौके पर संजय ने तेजस्वी से मिलकर राजद का दामन थाम लिया.

ये भी पढ़ें- RJD के सामने तेज प्रताप ने उतारा उम्मीदवार, छात्र जनशक्ति परिषद के नेता निर्दलीय देंगे टक्कर

पटना: तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) पार्टी और परिवार में हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. तेज प्रताप ने तारापुर (Tarapur) से उम्मीदवार खड़े किए थे लेकिन उसे भी तेजस्वी ने अपने पाले में मिला लिया. इसके बाद तेज प्रताप यादव का गुस्सा सातवें आसमान पर आ गया है. इधर भाजपा (BJP) तेज प्रताप यादव के जख्मों पर मरहम लगाने में जुटी है.

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लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पार्टी और परिवार में अलग-थलग पड़ते जा रहे हैं. तेज प्रताप यादव ने तारापुर से संजय यादव को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन शाम होते-होते तेजस्वी ने संजय यादव को अपना बना लिया. तेज प्रताप ने तेजस्वी को जमकर खरी-खोटी सुनाई. इधर भाजपा तेज प्रताप यादव के बचाव में उतर आई है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि तेज प्रताप के साथ अन्याय हो रहा है और पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी रहेगी.

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'तेज प्रताप यादव बड़े नेता हैं. उनकी पार्टी में उपेक्षा हो रही है. तेज प्रताप यादव को न्याय मिले, इसके लिए हम लोग आवाज उठाते रहेंगे. अगर तेज प्रताप यादव को भाजपा की नीतियों में भरोसा हो तो हम उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं.' -अरविंद सिंह, भाजपा प्रवक्ता

आपको बता दें कि तेज प्रताप यादव ने बिहार उपचुनाव में तारापुर सीट से छात्र जनशक्ति परिषद के मुंगेर प्रमंडल के अध्यक्ष संजय कुमार को निर्दलीय उतारा था. शुक्रवार को तारापुर विधानसभा के असरगंज माछिडीह के रहने वाले कांग्रेस से तारापुर विधानसभा चुनाव लड़ चुके संजय कुमार ने अनुमंडल कार्यालय परिसर में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल किया था. तेज प्रताप यादव अपने प्रत्याशी का प्रचार भी करने वाले थे. लेकिन उसके पहले ही तेजस्वी ने उन्हें झटका दे दिया है.

बता दें कि बिहार की कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दल लगे हैं. महागठबंधन टूटने के बाद कांग्रेस और राजद के रास्ते अलग हो गये और दोनों पार्टियों ने अपने अलग-अलग उम्मीदवार उतार दिये. हालांकि एनडीए गठबंधन की तरफ से दोनों सीटों पर जदयू के प्रत्याशी मैदान में हैं. वहीं, लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप ने निर्दलीय उम्मीदवार संजय यादव को तारापुर से उतारकर उपचुनाव को काफी रोचक बना दिया था. लेकिन ऐन मौके पर संजय ने तेजस्वी से मिलकर राजद का दामन थाम लिया.

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