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बीजेपी ने की बिहार में NRC लागू करने की मांग, बढ़ सकती हैं नीतीश कुमार की मुश्किलें

बीजेपी विधान पार्षद नवल किशोर यादव का कहना है कि यह कोई सियासी मामला नहीं है. यह देश की एकता और अखंडता का मामला है. यदि घुसपैठिए हैं तो यहां भी उसकी पहचान के लिए एनआरसी लागू होना ही चाहिए, क्योंकि बिहार देश से अलग नहीं है.

एनआरसी पर सियासत शुरू
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Published : Sep 3, 2019, 8:13 PM IST

पटना: एनआरसी को लेकर अब बिहार में भी सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. असम में सूची जारी होने के बाद बीजेपी नेताओं की ओर से बिहार में भी एनआरसी को लागू करने की मांग शुरू हो गई है. बीजेपी का कहना है कि सीमांचल इलाके में बड़ी संख्या में घुसपैठिए हैं और उनकी पहचान होनी चाहिए.

पेश है रिपोर्ट

इधर, जदयू का कहना है कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि असम में जिस तरह से सूची जारी की गई है, उसमें कई लोगों का नाम छूट गया है जो हास्यास्पद है. इसका विरोध बीजेपी के अलावा कई अन्य दल भी कर रहे हैं. कोर्ट के आदेश पर वहां काम हो रहा है. इसलिये इसपर बिहार में राजनीति नहीं होनी चाहिए.

बिहार में NRC को लागू करने की मांग
जदयू की ओर से बिहार में सियासत नहीं करने की सलाह देने पर बीजेपी विधान पार्षद नवल किशोर यादव का कहना है कि यह कोई सियासी मामला नहीं है. यह देश की एकता और अखंडता का मामला है. यदि घुसपैठिए हैं तो यहां भी उसकी पहचान के लिए एनआरसी लागू होना ही चाहिए, क्योंकि बिहार देश से अलग नहीं है.

patna
सदानंद सिंह, कांग्रेस नेता

'बीजेपी की भावना सही नहीं'
बीजेपी नेताओं की मांग पर कांग्रेस का कहना है कि फैसला नीतीश कुमार को लेना है. हालांकि कांग्रेस नेता यह भी कह रहे हैं कि कुछ घुसपैठिए आ गए होंगे. लेकिन जिस तरह से बीजेपी मांग कर रही है वह सही नहीं है. कांग्रेस नेता सदानंद सिंह का कहना है कि बीजेपी सांप्रदायिकता की भावना को गलत ढंग से प्रचारित करने के उद्देश्य से यह मांग कर रही है.

नीतीश कुमार की बढ़ सकती है मुश्किलें
सीमांचल इलाके में बीजेपी लगातार बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठ होने की बात कहती रही है. बिहार विधानसभा का चुनाव अगले साल होना है. बहुत ज्यादा समय नहीं है. ऐसे में जदयू को लगता है यदि एनआरसी को बिहार में लागू किया गया तो एक बड़ा वोट बैंक नाराज हो सकता है. इसलिए जदयू इस मुद्दे पर अपने सहयोगी दलों को सियासत नहीं करने की सलाह दे रहा है. यदि बीजेपी की ओर से इस मुद्दे पर आवाज तेज हुई तो नीतीश कुमार के लिए मुश्किलें बढ़ना तय है.

patna
नवल किशोर यादव, बीजेपी विधायक

पटना: एनआरसी को लेकर अब बिहार में भी सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. असम में सूची जारी होने के बाद बीजेपी नेताओं की ओर से बिहार में भी एनआरसी को लागू करने की मांग शुरू हो गई है. बीजेपी का कहना है कि सीमांचल इलाके में बड़ी संख्या में घुसपैठिए हैं और उनकी पहचान होनी चाहिए.

पेश है रिपोर्ट

इधर, जदयू का कहना है कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि असम में जिस तरह से सूची जारी की गई है, उसमें कई लोगों का नाम छूट गया है जो हास्यास्पद है. इसका विरोध बीजेपी के अलावा कई अन्य दल भी कर रहे हैं. कोर्ट के आदेश पर वहां काम हो रहा है. इसलिये इसपर बिहार में राजनीति नहीं होनी चाहिए.

बिहार में NRC को लागू करने की मांग
जदयू की ओर से बिहार में सियासत नहीं करने की सलाह देने पर बीजेपी विधान पार्षद नवल किशोर यादव का कहना है कि यह कोई सियासी मामला नहीं है. यह देश की एकता और अखंडता का मामला है. यदि घुसपैठिए हैं तो यहां भी उसकी पहचान के लिए एनआरसी लागू होना ही चाहिए, क्योंकि बिहार देश से अलग नहीं है.

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सदानंद सिंह, कांग्रेस नेता

'बीजेपी की भावना सही नहीं'
बीजेपी नेताओं की मांग पर कांग्रेस का कहना है कि फैसला नीतीश कुमार को लेना है. हालांकि कांग्रेस नेता यह भी कह रहे हैं कि कुछ घुसपैठिए आ गए होंगे. लेकिन जिस तरह से बीजेपी मांग कर रही है वह सही नहीं है. कांग्रेस नेता सदानंद सिंह का कहना है कि बीजेपी सांप्रदायिकता की भावना को गलत ढंग से प्रचारित करने के उद्देश्य से यह मांग कर रही है.

नीतीश कुमार की बढ़ सकती है मुश्किलें
सीमांचल इलाके में बीजेपी लगातार बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठ होने की बात कहती रही है. बिहार विधानसभा का चुनाव अगले साल होना है. बहुत ज्यादा समय नहीं है. ऐसे में जदयू को लगता है यदि एनआरसी को बिहार में लागू किया गया तो एक बड़ा वोट बैंक नाराज हो सकता है. इसलिए जदयू इस मुद्दे पर अपने सहयोगी दलों को सियासत नहीं करने की सलाह दे रहा है. यदि बीजेपी की ओर से इस मुद्दे पर आवाज तेज हुई तो नीतीश कुमार के लिए मुश्किलें बढ़ना तय है.

patna
नवल किशोर यादव, बीजेपी विधायक
Intro:पटना-- एनआरसी को लेकर बिहार में भी अब सियासत शुरू है बीजेपी नेताओं की ओर से लगातार बयान आ रहे हैं कि बिहार में भी इसे लागू किया जाना चाहिए। बीजेपी नेताओं का मानना है कि सीमांचल इलाके में बड़ी संख्या में घुसपैठिए हैं और उसकी पहचान होनी चाहिए। हालांकि जदयू का कहना है कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए जदयू पहले से एनआरसी को लेकर अपना विरोध जताते रहा है और हाल में असम में जो सूची जारी की गई है उसमें कई तरह की त्रुटियां होने की बात कह रही है। बिहार में बीजेपी नेताओं के तेवर से साफ लगता है कि जदयू के लिए आने वाले समय में परेशानी बढ़ने वाली है।
पेश है खास रिपोर्ट---


Body: एक के बाद एक विवादास्पद मुद्दों पर बीजेपी सरकार के फैसले से जदयू की मुश्किल है बढ़ी हुई है पहले तीन तलाक और 370 पर जो फैसला लिया गया जदयू लगातार विरोध करता रहा था अब एनआरसी को लेकर भी जदयू की मुश्किल बढ़ गई है । असम में सूची जारी होने के बाद बीजेपी नेताओं की ओर से बिहार में भी एनआरसी को लागू करने की मांग शुरू हो गई है बीजेपी प्रवक्ता अजित चौधरी का कहना है कि सीमांचल इलाके में बड़ी संख्या में घुसपैठिए हैं और हम लोग पहले से इसको लेकर आवाज उठाते रहे हैं इसलिए बिहार में भी पहचान ऐसे लोगों की होनी चाहिए।
बाईट--अजित चौधरी, प्रवक्ता बीजेपी
हालांकि जदयू नेताओं का कहना है असम में जिस तरह से सूची जारी की गई है वहां बीजेपी भी विरोध कर रही है और अन्य दल भी क्योंकि उसमें कई लोगों का नाम छूट गया है एक ही परिवार के लोगों का नाम नहीं है जो हास्यास्पद है और कोर्ट के आदेश पर वहां काम हो रहा है और उसको लेकर बिहार में राजनीति नहीं होनी चाहिए।
बाईट--राजीव रंजन, प्रवक्ता, जदयू
बिहार में सियासत नहीं करने की सलाह जदयू की ओर से देने पर बीजेपी विधान पार्षद नवल यादव का कहना है कि या कोई सियासी मामला नहीं है यह देश की एकता और अखंडता का मामला है और यदि घुसपैठिए हैं तो यहां भी उसकी पहचान के लिए एनआरसी लागू होना ही चाहिए क्योंकि बिहार देश से अलग नहीं है।
बाईट--नवल यादव, बीजेपी एमएलसी।
बिहार में बीजेपी नेताओं की मांग पर कांग्रेस का कहना है कि फैसला नीतीश कुमार को लेना है कांग्रेस नेता यह भी कहते हैं कि कुछ घुसपैठिए आ गए होंगे लेकिन जिस तरह से बीजेपी कह रही है वह सही नहीं है बीजेपी की मंशा पर सवाल भी खड़ा कर रहे हैं।
बाईट--सदानंद सिंह, नेता कांग्रेस विधान मंडल दल



Conclusion:सीमांचल इलाके में बीजेपी लगातार बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठ होने की बात कहती रही है बिहार विधानसभा का चुनाव अगले साल होना है बहुत ज्यादा समय नहीं है ऐसे में जदयू को लगता है एक बड़ा वोट बैंक यदि एनआरसी को बिहार में लागू किया गया तो नाराज हो सकता है और इसलिए जदयू इस मुद्दे पर अपने सहयोगी दलों को सियासत नहीं करने की सलाह दे रहा है। लेकिन बीजेपी नेताओं की ओर से यदि इस मुद्दे पर आवाज तेज हुई तो नीतीश कुमार के लिए मुश्किल बढ़ना तय है।
अविनाश, पटना।
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