पटनाः बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने सासाराम और बिहारशरीफ मामले को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की. मीटिंग के बाद बाहर आकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा कराए जा रहे जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है, इसीलिए सिटिंग जज से सासाराम और नालंदा मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाने के लिए राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने कहा कि नालंदा और सासाराम में जिस तरीके से घटना हुई थी और प्रशासन की ढिलाई से साफ पता चलता है कि यह सरकार की मंशा थी इस तरह की घटना कराने की और गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम को रद्द करने की.
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"नीतीश कुमार ने जान बूझकर सुरक्षा प्रदान नहीं किया था, जिस कारण सासाराम और बिहारशरीफ जला था. इन दोनों जगह की घटना सरकार की सुनियोजित षड्यंत था. एक महीना बीत जाने के बाद भी उस घटना में संलिप्त लोगो को नहीं पकड़ा गया और जब विपक्ष ने आवाज उठाना बंद नहीं किया तो हमे कमजोर करने के लिए हमारे ही पार्टी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया. इस घटना के लिए हमारे नेता जवाहर प्रसाद जी लगातार सरकार पर हमलावर थे और उनका एफआईआर में नाम भी दर्ज नहीं था"- सम्राट चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
राज्यपाल से मुलाकात कर सौंपा ज्ञापनः सम्राट चौधरी ने कहा कि हमलोग महामहिम राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा है और आग्रह किया है कि सासाराम और नालंदा की घटना की उच्च स्तरीय जांच पटना हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाए या सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है. नीतीश कुमार के उड़ीसा दौरे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें जाने दीजिए चाय नाश्ता करने के लिए, नीतीश जी अब बुजुर्ग हो गए हैं बुजुर्ग व्यक्ति को अब ज्यादा तंग नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री को मुंबई जाकर फिल्मिस्तान देखे, बिहार में तो फिल्मीस्तान बना नहीं. मुंबई जायेंगे नीतीश कुमार तो वहां जाकर घूमेंगे और फिल्मी दुनिया देखेंगे. वहीं, सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश जी को उड़ीसा जाकर नवीन पटनायक जी से सीखने की जरूरत है, बिहार से 10 गुना ज्यादा विकास हुआ लेकिन लोग जानते नहीं.