पटना: आरजेडी पर अक्सर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाने वाली बीजेपी को एक बार फिर हमला करने का मौका मिल गया है. दरअसल राष्ट्रीय जनता दल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो जारी किया गया है, जिसमें मोहर्रम के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ताजिये पर तबर्रुक चढ़ाती दिख रही हैं. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से ताजिया का पूजन किया गया है, वह विशुद्ध तुष्टिकरण की राजनीति है. इस नौटंकी के जरिए आरजेडी वोट बैंक को मजबूत करना चाहता है लेकिन ऐसा करने से उन्हें कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि सनातनी लोग उनकी इस नौटंकी को समझ रहे हैं.
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"ताजिया के पूजने के क्रम में राबड़ी देवी ने क्या संदेश देने की कोशिश की है. तुष्टिकरण की राजनीति करने की कोशिश की है. आप सनातन धर्म से जुड़ी हैं. अपने सनातन धर्म का सम्मान करते हुए वीडियो जारी करते तो लोगों को गर्व महसूस होता. ताजिया पूजने के नाम पर वोट की राजनीति नहीं करनी चाहिए"- विजय कुमार सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
बीजेपी को आरजेडी का जवाब: वही, आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रावड़ी देवी सभी धर्म को लेकर समान भाव रखती हैं. ताजिया पूजन वो हर साल मोहर्रम के मौके पर करती हैं, इसमें बुराई क्या है. सच तो ये है कि बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के बीच बयान देने की होड़ लगी. ये लोग बिहार में नफरत की राजनीति करने में लगे हैं लेकिन उससे कुछ होने वाला नहीं है.
"पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जी के द्वारा हर साल ताजिया का श्रद्धा भाव से सम्मान किया जाता है. धार्मिक रीति-रिवाज का अनुपालन करते हुए समाज के सभी वर्ग को एहसास दिलाया जाता है कि हम सभी के लिए हैं और सभी हमारे लिए हैं लेकिन कुछ नफरत की राजनीति करते हैं. नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के लोगों में होड़ मची है कि देश का माहौल खराब करने में कौन आगे है"- एजाज अहमद, प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल