पटना: भाजपा से मुकाबले के लिए तमाम विरोधी दल इंडिया गठबंधन के बैनर तले एकजुट हो रहे हैं. बिहार से मुहिम की शुरुआत की गई थी और अब राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन एक फॉर्म बन चुका है. बीपीएससी द्वारा कॉम्पिटेटिव एक्जाम में इंडिया गठबंधन को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं. सवाल पूछे जाने पर भाजपा ने नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.
बीपीएससी के माध्यम से इंडी अलायंस का प्रचार: भाजपा प्रवक्ता डॉक्टर रामसागर सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के प्रचार करने की क्षमता समाप्त हो गई है. जनता इनकी बातों को नकार रही है. इसलिए बीपीएससी के माध्यम से सवाल कराकर इंडी अलायंस का प्रचार किया जा रहा है. बच्चों के दिमाग में इंडी अलायंस को ले जाने की नाकाम कोशिश की जा रही है.
"बीपीएससी को प्रचार का माध्यम बनाया जा रहा है. इंडी अलायंस का 2024 के बाद अस्तित्व नहीं रहेगा. यह विलोपित हो जाएगी. हाल के दिनों में हुए चुनावों में जनता ने इसे जगह-जगह नकार दिया है. उसका प्रचार करके क्या मिलेगा?" - डॉक्टर रामसागर सिंह, भाजपा प्रवक्ता
'विपक्ष के लोगों को भी नहीं पता होगा जवाब': बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि इंडिया गठबंधन के ही 95% से ज्यादा लोग इंडिया गठबंधन का फुल फॉर्म नहीं जानते होंगे और इसमें वे फेल हो जाएंगे. ऐसे में बच्चों से क्यों उम्मीद करते हैं कि वो बता पाएंगे. बीजेपी ने इंडी अलायंस को लेकर किए गए सवाल पर नीतीश सरकार को जमकर कोसा है. वहीं बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि विपक्ष का INDIA गठबंधन ठगों की जमात है. दूसरी तरफ जेडीनू ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार किया है. जेडीयू ने बीजेपी पर नाकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाया है.
क्या है पूरा मामला?: 15 दिसंबर को शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे चरण का आखिरी दिन था. प्रदेश के 184 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई थी, जहां 1.09 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए. जीएस के एक सवाल पर हंगामा हो रहा है. 58 नंबर के सवाल में पूछा गया कि केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता का जो गठबंधन इंडिया बना है उसका फुल फॉर्म क्या है? इसको लेकर बीजेपी नीतीश सरकार पर हमलावर है.
ये भी पढ़ें