पटना: लालू प्रसाद यादव बिहार में एमवाई की राजनीति करते रहे हैं लेकिन तेजस्वी यादव ए टू जेड की राजनीति का दंभ भर रहे हैं. वहीं सुधाकर सिंह पर कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं. भाजपा ने राजद की नीति पर सवाल खड़े किए हैं. पूर्व कृषि मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह पर कार्रवाई का डंडा चलाया जा रहा है. सुधाकर सिंह ने कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है. भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि आरजेडी एमआई की पार्टी है.
सुधाकर सिंह पर कार्रवाई पर बीजेपी ने पूछे सवाल: उम्मीद है कि पार्टी सुधाकर सिंह के खिलाफ जवाब का आंकलन करने के बाद कार्रवाई करेगी. कई विधायकों और मंत्रियों ने नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी की थी लेकिन अकेले सुधाकर सिंह के खिलाफ कार्रवाई से राजद की नीति पर सवाल उठ रहे हैं. भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि सुधाकर सिंह के जवाब से यह साबित हो गया कि राजद परिवारवादी पार्टी है. एक समुदाय विशेष को एक जात विशेष को टारगेट करने वाली पार्टी है. ए टू जेड की पार्टी नहीं है.
"जगदानंद सिंह, सुधाकर सिंह और कार्तिक सिंह जैसे नेताओं को अपमानित करने का काम करते हैं. रघुवंश बाबू को अपमानित करने का काम किया और यह भाई बिरेंद्र और चंद्रशेखर पर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है."- अरविंद सिंह,भाजपा प्रवक्ता
सुधाकर सिंह के निशाने पर सीएम नीतीश: दरअसल सुधाकर सिंह मंडी व्यवस्था को लेकर लगातार नीतीश सरकार पर हमले कर रहे थे. विभाग के अधिकारियों पर भी उन्होंने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को क्लीन चिट दे दिया था. नाराज सुधाकर सिंह ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और वह लगातार मंडी व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं.
कारण बताओ नोटिस का सुधाकर ने दिया जवाब: सुधाकर सिंह के बयानों के कारण महागठबंधन में दरार की स्थिति पैदा हो गई है. उनके बयान के कारण ही उन्हें मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था, उसके बाद भी मुख्यमंत्री को लेकर उनके तेवर में कमी नहीं आयी थी. इसके बाद पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को पार्टी ने 18 जनवरी को शो कॉज नोटिस जारी किया था. उन्हें 15 दिन के अंदर जवाब देने को कहा गया था. नोटिस जारी होने के बाद भी सुधाकर सिंह, नीतीश कुमार के ऊपर लगातार हमला कर रहे थे. अब सुधाकर सिंह ने नोटिस का जवाब भी दे दिया है.