पटना : बिहार सरकार का शिक्षा विभाग अब बीपीएससी से नियुक्त शिक्षिकाओं को स्कूटी चलाना सिखाएगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के निर्देश पर आज से यह पहल शुरू हो गई है. उन्होंने एससीईआरटी और सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी से कहा है कि जल्द ही स्कूटी चलाने की ट्रेनिंग के लिए टेंडर निकाले जाएं और DIET/CTE/PTEC में प्रशिक्षण ले रही शिक्षिकाओं को दो पहिया वाहन का प्रशिक्षण दिया जाए.
स्कूटी सीखेंगी बिहार की शिक्षिकाएं : केके पाठक ने अपने पत्र में कहा है कि बीपीएससी से चयनित कई शिक्षिकाओं ने ट्रेनिंग के दौरान उनके निरीक्षण के क्रम में उनसे कहा कि उन्हें स्कूटी चलाने का भी प्रशिक्षण दिया जाए. ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और समय पर स्कूल पहुंच सकें. 4 दिसंबर से ट्रेनिंग का नया बैच शुरू हो रहा है. उसमें शिक्षिकाओं को दो पहिया वाहन या स्कूटी के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जाए.
आधा घंटा स्कूटी सिखाया जाएगा : केके पाठक ने कहा है कि ट्रेनिंग के दौरान रोजाना पीटी कक्षा के बाद आधा घंटा स्कूटी सिखाई जा सकती है. इसका समय सुबह 6:30 बजे से 8:30 बजे के बीच रखा जाए. केके पाठक ने जिला परिवहन अधिकारियों से मोटर प्रशिक्षण देने वाले संस्थानों की सूची को लेकर स्थानीय बाजार की दर से तुरंत टेंडर निकालने का भी निर्देश दिया है.
स्कूल के पास रहने की सलाह : केके पाठक ने कहा है कि स्कूटी चलाना अथवा दो पहिया वाहन चलाना सीखना शिक्षकों के प्रशिक्षण का अभिन्न अंग होगा. इसलिए स्थाई दर भी तय करना उचित होगा और इस संबंध में टेंडर निकालते हुए सभी प्रशिक्षणार्थी को दो पहिया वाहन की ट्रेनिंग देनी शुरू की जाए. बताते चलें की केके पाठक ने इससे पहले सभी नवनियुक्त शिक्षकों को कहा था कि गांव में अपने स्कूल से 15 किलोमीटर के दायरे में रहें. सरकार शिक्षकों को आवास मुहैया कराने की नीति भी लेकर आ रही है.
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