पटनाः बिहार में दुर्गा पूजा के समय शिक्षकों के आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को आयोजित करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. विपक्ष के साथ-साथ अब विभिन्न शिक्षक संगठनों ने भी इसका विरोध शुरू कर दिया है और इसे सरकार की हिंदू विरोधी सोच बताया है. बिहार टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने कहा है कि नवरात्र के समय हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले काफी शिक्षक उपवास में रहते हैं. ऐसे में आवासीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम रखना सही नहीं है, शिक्षक संगठन इसका विरोध करता है.
नवरात्र में टीचल ट्रेनिंग कराने का विरोधः राजू सिंह ने कहा कि हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले शिक्षक सरकार के इस फैसले से काफी आहत हैं. नवरात्र करने वाले शिक्षक इस आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे और यदि फिर भी सरकार इस कार्यक्रम को चलाने पर आतुर है तो शिक्षक संगठन इसका पुरजोर विरोध करते हुए आंदोलन का रुख अपनाएंगे. उनकी मांग है कि सरकार इस आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को दशहरा पूजा के बाद आयोजित करे अन्यथा सरकार को शिक्षकों का कड़ा विरोध झेलना पड़ेगा.
"नवरात्र के समय कई हिंदू शिक्षक उपवास रखते हैं. इसी समय आवासीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम रख दिया गया है. ये कहां तक सही है, छुट्टियों के दिनों में पर्व त्योहार पर शिक्षक ट्रेनिंग करेंगे ? सभी लोग इस समय पूजा पाठ में व्यस्त रहते हैं. सरकार को अगर शिक्षकों का आवासीय प्रशिक्षण करना ही है तो दशहरा के बाद इस कार्यक्रम का आयोजन करे, वरना सरकार को हमारा विरोध झेलना पड़ेगा"- राजू सिंह, प्रदेश संयोजक, टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ
'हिंदूओं की भावना को आहत करने वाला निर्णय': दरअसल राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद महेंद्रु के निदेशक की ओर से शिक्षकों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जो प्रदेश के कई जिलों में 16 अक्टूबर से 21 अक्टूबर के बीच होनी है और इसी दौरान नवरात्र भी है. यही वजह है कि शिक्षक संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि नवरात्र के समय हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोग फलाहारी में रहते हैं और कई लोग उपवास करते हैं. इस समय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम कहीं ना कहीं हिंदू धर्म की भावनाओं को आहत करने वाला है.
पहले दुर्गा पूजा की छुट्टियों में हुई थी कटौतीः आपको बता दें कि इससे पहले शिक्षा विभाग ने दुर्गा पूजा पर मिलने वाली सरकारी छुट्टियों में तीन दिन की कटौती कर दी गई थी. जिसे लेकर बिहार में काफी विरोध हुआ था और सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा था. अब नवरात्र के समय आईपीआरडी द्वारा बिहार के कई जिले में शिक्षकों के आवासीय ट्रेनिंग का शेड्यूल जारी करना एक बार फिर बिहार की सियासत में बवाल मचाने के लिए काफी है. इसे लेकर विपक्ष और शिक्षक संगठनों ने सरकार पर निशाना साधा है और इसे हिंदू विरोधी निर्णय बताया है.