पटना: बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड वायु प्रदूषण को रोकने के लिए लगातार कदम उठा रहा है. इसी कड़ी में बोर्ड ने दिल्ली के शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउंडेशन के साथ एक करार किया है. इसके अंतर्गत भवन निर्माण के क्षेत्र में कार्बन न्यूट्रल को लेकर काम किया जाएगा. लिहाजा, बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड के कार्यालय में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
एमओयू साइन करने के दौरान बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष एके घोष, सदस्य सचिव चंद्रशेखर और शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउंडेशन के सीईओ अंशु भारद्वाज मौजूद रहे. इस दौरान बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष एके घोष ने कहा कि निश्चित तौर पर जरूरी है कि कार्बन के उत्सर्जन को कम किया जाए. पूरे विश्व में लगातार कार्बन का उत्सर्जन बढ़ता जा रहा है.
2040 तक का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि बिहार में कार्बन उत्सर्जन कम हो, इसको लेकर हमने शक्ति फाउंडेशन के साथ काम करना शुरू किया है. हमने 2040 तक बिहार में कार्बन न्यूट्रल करने का अपना लक्ष्य रखा है. आशा है कि भवन निर्माण के क्षेत्र में कार्बन न्यूट्रल करने का जो अभियान भवन निर्माण विभाग, बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड और शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउंडेशन शुरू कर रही है. वह पूरा होगा और कार्बन न्यूट्रल करने में हम लोग सक्षम होंगे.
कार्बन उत्सर्जन को लेकर प्रदूषण बोर्ड की चिंता बढ़ी है और कहीं ना कहीं भवन निर्माण के क्षेत्र में कार्बन न्यूट्रल हो इसको लेकर प्रदूषण बोर्ड ने काम भी शुरू कर दिया है. अब देखना यह है कि प्रदूषण बोर्ड ने जो लक्ष्य निर्धारित किया है, वह समय से पूरा होता है या नहीं.